Water Toxicity: पानी का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। भले हम बिना भोजन के एक दिन गुजार सकते हैं, लेकिन पानी के बिना गुजारना मुश्किल है। मानव शरीर में लगभग 70 प्रतिशत जल होता है। माना जाता है कि पानी शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को निकालने में मदद करता है। स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है, लेकिन जरूरत से ज्यादा किसी भी चीज का सेवन सेहत के लिए हानिकारक होता है। जी हां, अगर आप अधिक मात्रा में पानी पीते हैं, तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
हाल ही में अमेरिका में एक 35 साल की महिला की मौत अधिक पानी पीने के कारण हुई। एक रिपोर्ट के मुताबिक एशले समर्स चार जुलाई को अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने गई थीं। इस दौरान समर्स को काफी तेज प्यास लगी और उन्होंने 20 मिनट में करीब चार बोतल पानी पी लिया, जिससे उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने महिला की मौत की वजह Water Toxicity बताया। आइए जानते हैं, क्या है वाटर टॉक्सिसिटी और इससे जुड़ी जरूरी सभी बातें।
क्या है वाटर टॉक्सिसिटी ?
वाटर टॉक्सिसिटी को मेडिकल भाषा में हाइपोनेट्रेमिया कहा जाता है। यह समस्या तब होती है, जब बहुत कम समय में ज्यादा पानी पीते हैं। ऐसे में किडनी में पानी अधिक मात्रा में जमा हो जाती है। दरअसल, जरूरत से ज्यादा पानी पीने के कारण शरीर में सोडियम का स्तर असंतुलित हो जाता है, जिसे वाटर टॉक्सिसिटी कहते हैं।
सोडियम शारीरिक कार्यों के लिए काफी आवश्यक है। यह शरीर के कोशिकाओं के अंदर और बाहर तरल पदार्थों का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
वाटर टॉक्सिसिटी के क्या हैं लक्षण
वाटर टॉक्सिसिटी के लक्षणों को पहचानना काफी जरूरी हैं। शुरुआती लक्षणों में आम तौर पर आप अस्वस्थ महसूस कर सकते हैं।
- मतली
- मांसपेशियों में ऐंठन
- सिरदर्द
अगर आपके शरीर में ये लक्षण तेजी से बढ़ रहे हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
वाटर टॉक्सिसिटी के कारण
बहुत कम समय में जरूरत से ज्यादा पानी पीने पर शरीर की सोडियम स्तर को नियंत्रित करने की क्षमता प्रभावित होती है। हालांकि वाटर टॉक्सिसिटी होने के अन्य कारण भी हो सकते हैं। जिनमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, दवाएं और लाइफस्टाइल से जुड़ी अनहेल्दी आदतों के कारण भी यह समस्या हो सकती है।
इसके अलावा, गर्मी से तुरंत आने के बाद ज्यादा पानी पीना खतरनाक हो सकता है। इससे वाटर टॉक्सिसिटी का जोखिम बढ़ सकता हैं।
वाटर टॉक्सिसिटी से कैसे करें बचाव
गर्मी के मौसम में लोगों को बहुत तेज प्यास लगती है। ऐसे में वे जरूरत से ज्यादा पानी पी लेते हैं। शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। कम समय में ज्यादा पानी पीना खतरनाक साबित हो सकता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. dainikpahuna.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.)