
दिल्ली के वेस्ट डिस्ट्रिक्ट में त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत और आधुनिक बनाने के लिए दिल्ली पुलिस ने एक अनूठी पहल की है। इसके तहत अब महिला पुलिसकर्मियाँ ड्रोन उड़ाकर सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रही हैं। इस पहल को “नेत्र नेतृत्व नारी” नाम दिया गया है। इन महिला पुलिसकर्मियों, जिन्हें मीडिया में “ड्रोन दीदी” के नाम से जाना जा रहा है, ने अब आसमान से निगरानी शुरू कर दी है। उनका लक्ष्य है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में हर हलचल पर कड़ी नजर रखी जा सके और किसी भी सुरक्षा खतरे का समय रहते पता लगाया जा सके।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, इन महिला पुलिसकर्मियों को विशेष रूप से ड्रोन संचालन की आधुनिक तकनीक में प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षण के बाद इन्हें तिलक नगर, राजौरी गार्डन, मोती नगर और कीर्ति नगर जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में तैनात किया गया है। ड्रोन की मदद से वे रियल-टाइम निगरानी कर रही हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना भेज रही हैं, ताकि मौके पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
दिल्ली पुलिस का महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम
दिल्ली पुलिस द्वारा उठाया यह कदम न केवल सुरक्षा व्यवस्था को तकनीकी रूप से मजबूत बना रहा है, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक बड़ा कदम साबित हो रहा है। पहले जहां ड्रोन निगरानी की जिम्मेदारी केवल पुरुष पुलिसकर्मी निभाते थे, अब महिलाएं भी इसमें बराबरी से हिस्सा ले रही हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह पहल त्योहारों के दौरान सुरक्षा और नियंत्रण बढ़ाने के साथ-साथ नारी नेतृत्व और तकनीकी क्षमता को भी बढ़ावा देती है, जिससे नागरिकों को सुरक्षित और संरक्षित माहौल सुनिश्चित किया जा सके।
महिलाएं हर क्षेत्र में नेतृत्व और जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह हैं सक्षम
दिल्ली पुलिस का मानना है कि यह पहल महिला नेतृत्व और तकनीकी दक्षता का अद्भुत उदाहरण है। पहले जहां ड्रोन निगरानी की जिम्मेदारी केवल पुरुष पुलिसकर्मी निभाते थे, अब महिलाएं इसमें बराबरी से हिस्सा ले रही हैं। यह साबित करता है कि महिलाएं हर क्षेत्र में नेतृत्व और जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह सक्षम हैं। त्योहारों के बीच इस पहल ने राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था को नया आयाम दिया है। जहां आकाश में उड़ता हर ड्रोन अब सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि महिला शक्ति और जिम्मेदारी का प्रतीक बन गया है।



















