Earthquake Today : तुर्की में एक बार फिर 7.6 तीव्रता का भूकंप आया है. भूकंप का केंद्र कहारनमारश था. वहीं मौत के आंकड़े में इजाफा हुआ है. बताया जा रहा है कि अब तक 1300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. आपकों बता दे कि आज एक ही दिन में तुर्की में तीसरी बार भूकंप आया है. मरने वालों की संख्या और भी बढ सकती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा में भारत की तरफ से हर सम्भव मदद की घोषणा की है.
प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद पीएम के प्रधान सचिव डॉ. पी. के. मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए साउथ ब्लॉक में एक बैठक की. बैठक में यह तय किया गया कि एनडीआरएफ के खोजी व बचाव दल के साथ ही चिकित्सा दल राहत सामग्री के साथ तुर्किए गणराज्य तुरंत भेजे जाएंगे. भारत की तरफ से भेजी जा रही टीम में विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों वाली एनडीआरएफ की दो टीमें खोज और बचाव कार्यों के लिए भूकंप प्रभावित क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हैं.
11 मिनट में दो बार आया भूकंप
तुर्की के पूर्व में स्थित गजनीतेप प्रांत के नूरदागी में भूकंप आया है. अमेरिकी भू-भर्गीय सर्वेक्षण के मुताबिक भूकंप के बाद मध्य तुर्की में काफी देर तक झटके महसूस किए गए. पहले भूकंप के बाद 6.7 की तीव्रता वाला एक और भूकंप आया, जो 9.9 किलोमीटर दूर था. यह भूकंप 11 मिनट बाद ही आया. तीव्रता के आधार पर मरने वालों की संख्या और बढने की आशंका आशंका जताई जा रही है.
भूकंप से कई अपार्टमेंट्स ढह गए
भूकंप से सीरिया, इजरायल, लेबनान, इराक, इजरायल, फिलीस्तीन, साइप्रस तक में झटके महसूस किए गए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस भूकंप की वजह से कई अपार्टमेंट्स ढह गए हैं. तुर्की का दक्षिणी इलाका गजियांटेप एक प्रमुख औद्योगिक और विनिर्माण केंद्रों में से एक है, जिसकी सीमा सीरिया से लगती है. तुर्की के अधिकारियों ने अभी तक किसी भी मौत या किसी के घायल होने की सूचना नहीं दी है. गौरतलब है कि तुर्की दुनिया के सबसे ज्यादा सक्रिय भूकंप के इलाकों में से एक है.
1999 में 17,000 से अधिक लोगों की हुई थी मौत
तुर्की में 1999 में 7.4 तीव्रता के भूकंप से इस्तांबुल में लगभग 1,000 सहित 17,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. एक्सपर्ट लंबे समय से चेतावनी देते आ रहे हैं कि एक बड़ा भूकंप इस्तांबुल को तबाह कर सकता है, क्योंकि वहां सुरक्षा सावधानियों के बिना बड़े पैमाने पर निर्माण की मंजूरी दी गई है.
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दक्षिणी तुर्की के इस्केंदरून शहर का हाल #earthquake
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) February 6, 2023