नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को पूछताछ के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को समन भेजा है. ईडी ने वैभव गहलोत को ये समन आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 131(1) और सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 की धारा 30 के साथ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (FEMA 1999)की धारा 37(1) और (3) के अंतर्गत भेजा गया है. ईडी फेमा के साथ-साथ लाल डायरी को लेकर वैभव गहलोत से पूछताछ कर सकती है. लाल डायरी में वैभव के आरसीए चुनाव में पैसों को लेन-देन का जिक्र है.
सीएम गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करके जानकारी दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के यहां ईडी की रेड. मेरे बेटे वैभव गहलोत को ED में हाजिर होने का समन. अब आप समझ सकते हैं, जो मैं कहता आ रहा हूं कि राजस्थान के अंदर ईडी की रेड रोज इसलिए होती है क्योंकि भाजपा ये नहीं चाहती कि राजस्थान में महिलाओं को, किसानों को, गरीबों को कांग्रेस द्वारा दी जा रही गारंटियों का लाभ मिल सके.’
ये समन राजस्थान स्थित आतिथ्य समूह ट्राइटन होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशक और प्रमोटर शिव शंकर शर्मा, रतन कांत शर्मा और अन्य के खिलाफ हाल ही में ईडी की छापेमारी से जुड़े हैं.
वहीं वैभव गहलोत को ईडी का समन मिलने पर विपक्षी नेताओं ने ट्वीट कर हमला बोला है. कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने ट्वीट कर कहा, ‘अगर कहीं भ्रष्टाचार है तो वहां पर ईडी कार्रवाई करती है. लेकिन यह ज़रूरी नहीं है कि आप एक बहाना बनाकर सिर्फ विपक्ष पार्टी को निशाना बनाएं. एक पैटर्न देखिए कि इलजाम सिर्फ विपक्षी दलों पर लगता है, विपक्षी दलों के बड़े नेता पर इलजाम लगते हैं. आप हंगामा कर देते हैं लेकिन उसके बाद आप सफलता पूर्वक कोई कार्रवाई तो नहीं कर पाते हैं.