Haryana Election Result: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के मंगलवार को नतीजे आ गए। हरियाणा में सबको चौंकाते हुए बीजेपी ने जीत की हैट्रिक लगा दी। पार्टी ने 48 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, कांग्रेस ने 37 सीटें अपने खाते में डाली। हरियाणा में चुनाव के नतीजों के बाद कुछ कांग्रेसी नेताओं ने चुनाव आयोग पर जानबूझकर वोटों की गिनती धीमी करने का आरोप लगाया तो वहीं कुछ नेताओं ने तो ईवीएम तक पर सवाल उठाए हैं। इन आरोपों को लेकर चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखा है।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे पत्र में कहा कि ऐसे बयान देश की लोकतांत्रिक परंपरा के खिलाफ हैं। यह जनता की राय को नकारने जैसा है। आयोग ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा समेत पूरे देश में चुनाव एक ही नियम-कानून से होते हैं।
चुनाव आयोग ने पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता के बयानों का भी जिक्र किया है, जिनमें उन्होंने हरियाणा के नतीजों को ‘अप्रत्याशित’ बताया था। चुनाव आयोग ने कहा कि आपके और विपक्ष के नेता के बयानों पर हमने गौर किया है, जिसमें हरियाणा के नतीजों को “अप्रत्याशित” बताया गया है और कांग्रेस ने इसका विश्लेषण करने और अपनी शिकायतों के साथ चुनाव आयोग से संपर्क करने का प्रस्ताव रखा है। जिसे हमने गंभीरता से लिया है। हम पार्टी अध्यक्ष का बयान चुनावी नतीजों पर पार्टी की औपचारिक स्थिति मानते हैं।
चुनाव आयोग ने आज शाम 6 बजे (बुधवार) सुकुमार सेन हॉल (सातवीं मंजिल), निर्वाचन सदन में प्रतिनिधिमंडल से मिलने पर सहमति व्यक्त की है।
ECI द्वारा मल्लिकार्जुन खरगे को लिखा पत्र
कांग्रेस नेताओं ने लगाए थे ये आऱोप
मंगलवार को नतीजे आने के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आरोप लगाया था कि हरियाणा के नतीजे बहुत अप्रत्याशित हैं, इसको हम स्वीकार नहीं कर सकते। कई जिलों से गंभीर शिकायत आई है। पवन खेड़ा ने कहा था कि नतीजे चौंकाने वाले हैं और जमीनी स्तर पर हमने जो देखा, उसके बिल्कुल विपरीत हैं। हमें अपने कार्यकर्ताओं से मतगणना से संबंधित शिकायतें मिल रही हैं. जल्द ही हम औपचारिक शिकायत दर्ज कराएंगे। यह तंत्र की जीत है, लोकतंत्र की नहीं. हम यह स्वीकार नहीं कर सकते।
वहीं जयराम रमेश ने कहा था कि हम एक या दो दिन में हम चुनाव आयोग के पास जाएंगे और औपचारिक शिकायत दर्ज कराएंगे। स्थानीय अधिकारियों पर दबाव था। कई सीटें ऐसी हैं जहां हम हार ही नहीं सकते, लेकिन वहां हम हारे हैं। नतीजे भावनाओं के खिलाफ हैं। तीन जिलों में मतगणना को लेकर हमारे पास गंभीर शिकायतें हैं। यह जानकारी एकत्रित की जाएगी। हरियाणा में नतीजे पूरी तरह अप्रत्याशित, आश्चर्यजनक और विरोधाभासी हैं। यह जमीनी हकीकत के विपरीत हैं। यह हरियाणा के लोगों की इच्छा के विपरीत हैं, इन परिस्थितियों में इन नतीजों को स्वीकार करना संभव नहीं है।