भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को कड़े शब्दों में लिखे पत्र में चुनावी प्रक्रिया की अखंडता पर सवाल उठाने वाले उनके हालिया बयान पर गहरी चिंता व्यक्त की. चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 पर सवाल उठाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को फटकार लगाई है. निर्वाचन आयोग ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का मतदान प्रतिशत आंकड़े पर विपक्षी नेताओं को लिखा गया पत्र पूर्वाग्रहपूर्ण विमर्श को आगे बढ़ाने का प्रयास है.
मतदान प्रतिशत आंकड़े को लेकर खरगे द्वारा लिखे गए पत्र पर निर्वाचन आयोग ने कहा कि कांग्रेस के वर्तमान, अतीत के गैर-जिम्मेदाराना बयान परेशान करने वाले हैं. निर्वाचन आयोग ने कुप्रबंधन, मतदान प्रतिशत का आंकड़ा जारी करने में देरी संबंधी खरगे के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें निराधार और बिना तथ्य वाला बताया.
क्या है पूरा मामला?
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सहित ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों ने अब तक निर्वाचन आयोग को अलग-अलग पत्र लिखा है, जिसमें पहले 2 चरणों के मतदान के आंकड़ों को जारी करने में कथित ‘देरी’ को लेकर चिंता व्यक्त की गई है. विपक्ष के आरोपों के बीच, ECI ने दावा किया था कि मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद ‘‘डाले गए मतों की वास्तविक संख्या’’ का बूथ-वार आंकड़ा उम्मीदवारों के पास उपलब्ध है.
जारी एक बयान में पिछले सप्ताह, निर्वाचन आयोग ने यह भी कहा था कि वह मतदान के प्रत्येक चरण के बाद मतदान के आंकड़ों को समय पर जारी करने को ‘‘उचित महत्व’’ देता है. न केवल निर्वाचन क्षेत्र, बल्कि मतदान की वास्तविक संख्या का बूथ-वार आंकड़ा भी उम्मीदवारों के पास उपलब्ध है, जो एक वैधानिक आवश्यकता है.
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने मंगलवार को निर्वाचन आयोग द्वारा जारी मतदान आंकड़ों में कथित ‘‘विसंगतियों’’ के मुद्दे पर विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं को पत्र लिखा था. अपने पत्र में, खरगे ने ‘इंडिया’ के नेताओं से इस मुद्दे पर सामूहिकता, एकजुटता के साथ स्पष्ट रूप से अपनी आवाज उठाने का आग्रह किया.
30 अप्रैल को निर्वाचन आयोग ने आधिकारिक तौर पर, लोकसभा चुनाव के पहले 2 चरणों में हुए मतदान का आंकड़ा साझा किया. आयोग के आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.