राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ राज्य में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे सरकार कुंभकरण की नीद से जाग रहे हैं, जिस उम्मीद और सपने दिखाकर छत्तीसगढ़ के आम जनता को झूठी घोषणा पत्र के सहारे सत्ता में काबिज होने के बाद साढ़े 3 साल तक कांग्रेस गांव गरीब जनता को भूलकर अपने झोली भरने में मस्त थे, लेकिन अब कांग्रेस सरकार के साथ डोगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक भुनेश्वर बघेल भी अपने सरकार के निर्देश पर साढ़े 3 साल के कुंभकरण की नींद से जाग कर तुंहर विधायक-तुंहर द्वार जैसे कार्यक्रम आयोजित करना सिर्फ अब नौटंकी के सिवा और कुछ नहीं है। जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक-9 के जिला सदस्य व भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेश श्यामकर ने डोगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक भुनेश्वर बघेल सहित प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए बताया कि जैसे-जैसे छत्तीसगढ़ राज्य का विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे बिन पानी मछली जैसे तड़प रहे हैं, क्योंकि साढ़े 3 साल तक चुनाव जीतने के बाद गांव, गरीब और जनता की सुख-दुख उसने और परखने की आवश्यकता महसूस नहीं कि, लेकिन कुछ विशेष समय के बाद विधानसभा चुनाव होने के कारण पुनः विधायक और सत्ता में काबिज होने के लिए नौटंकी कार्यक्रम करके आम जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
श्री श्यामकर ने आगे बताया कि क्षेत्रीय विधायक बघेल से पूछना चाहते हैं साढ़े 3 साल में कितना करोड़ रुपए का विकास अपने विधानसभा क्षेत्र में किए हैं जरा यह भी अपने नौटंकी कार्यक्रम में आम जनता को बताएं डोगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में जितना भी विकास कार्य आज तक हुआ है, वहां पूर्व भाजपा सरकार एवं डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री के कार्यकाल के साथ केंद्र सरकार की अहम महत्वकांक्षी योजना के तहत विकास कार्य होना बताया जो अपने आप में एक आम जनता के सामने दिख भी रहा है। भुनेश्वर बघेल सिर्फ विधायक बनने के बाद आज तक पूर्व सरकार की योजनाओं व निर्माण कार्य भूमिपूजन और उद्घाटन के सिवाय कुछ नहीं किया है विधायक बघेल के कार्यक्रम तुंहर विधायक-तुंहर द्वार कार्यक्रम को प्रश्न उठाते हुए यहां बताया साढ़े 3 साल तक तुंहर विधायक-तुंहर द्वार कार्यक्रम क्यों नहीं हुआ आज विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही और अपनी कमजोरी को समझते घर द्वार पर विधायक कार्यक्रम चलाने का एक नौटंकी करते हुए क्षेत्र के आम जनता को गुमराह करने का प्रयास किए जा रहे हैं, अगर बघेल वास्तव में विधायक बनने के बाद आम जनता की पीड़ा और विकास के लिए विधायक बने होते तो अपने विधानसभा क्षेत्र में निवास करते शहर भिलाई पर नहीं क्षेत्र के आम जनता विधायक के पास किसी काम के लिए ढूंढना पड़ता है, क्या डोंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक विधायक से अपनी पीड़ा बतलाने के लिए भिलाई शहर में जाना उचित है क्या श्री बघेल ग्राम पंचायतों में अभी तक अपने निधि व सरकार की कितने फंड से विकास कार्य हुआ है, यहां भी अपने तुंहर विधायक-तुंहर द्वार कार्यक्रम में बतलाए विधायक बनने के बाद अपने साढ़े 3 साल के कार्यकाल सिर्फ अपने प्रतिनिधि के भरोसे से समय गुजार चुके हैं। अवशेष समय के लिए आम जनता के सामने अपने आप को आम जनता के बीच हमदर्दी जताने के लिए आम जनता के बीच में एक बेहतर अच्छा विधायक साबित होने के लिए पुनः विधायक बनने का सपना देख रहे हैं, लेकिन क्षेत्र के आम जनता भी ऐसे विधायक को भूल कर भी अपने द्वार पर आने नहीं देने का संकल्प लिए है। श्री बघेल ने विधायक रहते अगर कांग्रेस सरकार में विकास हो रहे हैं, तो डोगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में विकास शुन्य क्यों है और आगामी चुनाव की तैयारी के लिए अभी से झूठी घोषणा और नौटंकी कार्यक्रम दिखाने की क्या जरूरत है। नौटंकी कार्यक्रम में झूठे घोषणा और भूमिपूजन के कार्यक्रम भी गांव-गांव में रख सकते हैं, इसके बाद भी आम जनता इतनी समझ चुके हैं दोबारा अपने द्वार पर आने नहीं देंगे। डोंगरगढ़ में विधानसभा क्षेत्र के किसानों की पीड़ा को समझते हुए क्षेत्रीय विधायक पर निष्कि्रय विधायक होना बताया क्षेत्र के किसान, मजदूर, नौजवान अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। किसानों को समय पर खाद बीज उपलब्ध नहीं हो रहे हैं, इसके बाद भी राज्य सरकार गोधन न्याय योजना को फाइल में सफल बनाने के लिए नौटंकी कर रहे हैं और महज मिट्टी मिक्स गोबर कंडा को पीसकर जैविक खाद किसानों को जबरन खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं। राज्य सरकार नरवा-घुरवा-बाड़ी योजना फाइलों में ही सफल होना बताया, अगर वास्तव में सरकार की किसी भी योजना सफल होते तो आज डोंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिलते हर ग्राम पंचायत में गोधन न्याय योजना जैविक खाद गौठान बनाने के लिए सिर्फ नौटंकी करते हुए महज पैसा खर्च किए हैं, लेकिन उसका रिजल्ट क्षेत्र में जीरो होना बताया है।