Elon Musk Spacex Starship Mission: एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स को बड़ा झटका लगा है। दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट स्टारशिप मेगा-रॉकेट की परीक्षण उड़ान फेल हो गई। स्टारशिप ने लॉन्चिंग के 30 मिनट बाद अपना नियंत्रण खो दिया और हिंद महासागर के ऊपर उसमें विस्फोट हो गया। इसी के साथ ही दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप का 9वां टेस्ट कामयाब नहीं हो पाया। इससे कंपनी की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षा को तगड़ा झटका लगा है। ये लगातार तीसरी बार है जब स्टारशिप आसमान में ही नष्ट हुआ है।
दरअसल इस मिशन को ‘स्टारशिप फ्लाइट 9’ (Starship Flight 9) नाम दिया गया था। इसमें सुपर हेवी बूस्टर (Super Heavy Booster) और शिप 35 (Ship 35) का उपयोग किया गया था। सुपर हेवी बूस्टर इससे पहले फ्लाइट 7 में उड़ान भर चुका है और यह उसकी दूसरी उड़ान थी। पहले की कुछ उड़ानों में तकनीकी गड़बियों के कारण मिशन असफल रहे थे, लेकिन इस बार उड़ान ने कई अहम पड़ाव पार किए।
स्टारशिप को भारतीय समय के अनुसार 28 मई को सुबह करीब 5 बजे टैक्सास के बोका चिका से लॉन्च किया गया था। इस मिशन पर पूरी दुनिया की निगाहें इस पर टिकी थीं। रॉकेट सफलतापूर्वक लॉन्च तो हो गया। हालांकि लॉन्चिंग के लगभग 20 मिनट बाद स्टारशिप ने अपना कंट्रोल भी खो दिया। इसके चलते पृथ्वी के वातावरण में एंटर करने पर ये नष्ट हो गया। ये पूरा टेस्ट 1.06 घंटे का था। स्पेसएक्स ने पुष्टि की है कि स्टारशिप रॉकेट पृथ्वी पर वापसी के दौरान टूटकर बिखर गया। इसे हिंद महासागर में उतारने की तैयारी थी।
दुनिया सबसे बड़ा रॉकेट
बता दें कि स्टारशिप को स्टारशिप मेगा रॉकेट के नाम से जाना जाता है. यह दुनिया का सबसे बड़ा और शक्तिशाली लॉन्च व्हीकल है। इसे धरती की कक्षा, चंद्रमा, मंगल और उससे आगे तक क्रू और कार्गो ट्रांसपोर्ट के लिए डिजाइन किया गया है। स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट (ऊपरी हिस्सा) और सुपर हैवी बूस्टर (निचला हिस्सा) को कलेक्टिवली ‘स्टारशिप’ कहा जाता है। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने इस रॉकेट को बनाया है। इस व्हीकल की ऊंचाई 403 फीट है। ये पूरी तरह से रीयूजेबल है। 33 रैप्टर इंजनों द्वारा संचालित यह रॉकेट लगभग 400 फीट लंबा है और 16 मिलियन पाउंड थ्रस्ट उत्पन्न करने में सक्षम है। जो NASA के सैटर्न V रॉकेट से दोगुना शक्तिशाली है। इस टेस्ट फ्लाइट में SpaceX ने कई महत्वपूर्ण लक्ष्यों को हासिल किया।
स्पेसएक्स ने जारी किया बयान
स्पेसएक्स ने एक्स पर एक बयान में पोस्ट किया, जिसमें लिखा गया, ‘जैसे कि उड़ान परीक्षण पर्याप्त रोमांचक नहीं था, स्टारशिप को एक तेज अनिर्धारित विघटन का सामना करना पड़ा। टीमें डेटा की समीक्षा करना जारी रखेंगी और हमारे अगले उड़ान परीक्षण की दिशा में काम करेंगी। इस तरह के परीक्षण के साथ, सफलता हम जो सीखते हैं उससे मिलती है, और आज का परीक्षण हमें स्टारशिप की विश्वसनीयता को बेहतर बनाने में मदद करेगा क्योंकि स्पेसएक्स जीवन को बहुग्रहीय बनाना चाहता है।’
स्टारशिप की लगातार तीसरी असफलता
बता दें, यह SpaceX के लिए एक और झटका है। क्योंकि इससे पहले की दो टेस्ट फ्लाइट्स (सातवीं और आठवीं) भी असफल रही थीं। जनवरी 2025 में सातवीं टेस्ट फ्लाइट में भी शिप 33 एक प्रोपेलेंट लीक के कारण विस्फोटित हो गया था। जिसके मलबे ने कैरेबियन में तुर्क और कैकोस द्वीपों पर संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। वहीं, मार्च 2025 में आठवीं टेस्ट फ्लाइट में शिप के छह में से चार रैप्टर इंजन समय से पहले बंद हो गए। जिसके कारण यह अनियंत्रित होकर टूट गया।