नई दिल्ली. भारत ने गुरुवार को कहा कि हिंसा प्रभावित सूडान (Sudan Violence) में उसका दूतावास “लड़ाई क्षेत्र” के अंतर्गत आता है. इसके साथ ही भारत ने फंसे हुए अपने नागरिकों को वहां जाने से बचने की सलाह दी. विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम सूडान में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न देशों के साथ निकटता से समन्वय कर रहे हैं.
साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए बागची ने कहा, “हम तैयार हैं. हम जमीन पर अपनी टीमों के साथ निकट संपर्क में हैं लेकिन यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि लड़ाई में संघर्ष विराम कब तक रहता है और निकासी के लिए सुरक्षित स्थान उपलब्ध हैं. जमीन पर स्थिति बहुत तनावपूर्ण बनी हुई है. हमारा ध्यान व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर है. हम विभिन्न माध्यमों से लोगों के संपर्क में हैं.”
दूतावास से नहीं अलग-अलग जगहों से काम कर रहे अधिकारी
बागची ने आगे कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर, जो न्यूयॉर्क में हैं, सूडान में चल रहे संकट पर चर्चा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ बैठक करेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि खारतूम में भारतीय दूतावास “अलग-अलग स्थानों से काम करने वाले अधिकारियों के साथ खुला, काम कर रहा है और सभी सेवाएं प्रदान कर रहा है क्योंकि अभी कोई भी इमारत के अंदर नहीं है.”
बागची ने कहा कि, पूरी स्थिति पर भारत की नजर है और हमारा मिशन भारतीय समुदाय के लोगो से संपर्क में है. उन्होंने कहा, सूडान में जिन देशों की मुख्य भूमिका है उनसे भारत संपर्क में है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, इस संकट में एक भारतीय की दुर्भाग्यपूर्ण तरीके मौत हो गई है. हमारा दूतावास मृतक के परिवार से संपर्क में है.
विदेश मंत्रालय ने भारतीय दूतावास पर हमले से जुड़े सवाल पर कहा, भारतीय दूतावास पर हमला हुआ है कि नहीं हम कन्फर्म नहीं कह सकते हैं.