अमरनाथ यात्रा रूट पर एनकाउंटर: पहलगाम में अब तक 3 आतंकी ढेर, सुरक्षाबलों ने एक को दबोचा

जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग जिले के ऊपरी इलाके में शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकियों को मार गिराया। पुलिस ने बताया कि पहलगाम के श्रीचंद टॉप पर आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिलने पर सुरक्षा बलों की संयुक्त टीमों ने आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया। इनमें से एक आतंकी अशरफ मौलवी था जो कश्मीर में सबसे लंबे समय से सक्रिय था। उसने 2013 में हिजबुल की सदस्यता ली थी और जल्द ही वांटेड आतंकी बन गया। वह तेंगपावा कोपरनाग का रहने वाला था।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जैसे ही सुरक्षा बलों की टीम मौके पर पहुंची, आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई के बाद दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। पुलिस ने बताया कि तीनों आतंकवादी हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े हुए थे। उनमें से एक आतंकवादी संगठन का कमांडर था, जो साल 2016 से सक्रिय था।

अमरनाथ यात्रा रूट पर हुई मुठभेड़
यह मुठभेड़ ऐसे समय में हो रही है, जब जम्मू-कश्मीर श्री अमरनाथ यात्रा की मेजबानी की तैयारी कर रहा है। अमरनाथ यात्रा कोरोना महामारी के कारण दो साल तक स्थगित रहने के बाद इस बार फिर शुरू की जा रही है। अगले महीने, यानी जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। यात्रा 30 जून से 11 अगस्त तक चलेगा। पहले भी यह यात्रा कई बार आतंकियों के निशाने पर रही है। इस साल यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए BSF और अन्य सुरक्षा बल इलाके की सख्त निगरानी कर रहे हैं।

कोकरनाग से एक आतंकी गिरफ्तार
इससे पहले सुरक्षाबलों ने अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके से हिजबुल के एक आतंकी को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आतंकी पहचान नौगाम निवासी मोहम्मद इश्फाक शेरगोजरी के रूप में हुई। इश्फाक सितंबर 2017 से एक्टिव और सी- श्रेणी का आतंकवादी था, जो कई आतंकी घटनाओं में शामिल था।

एक दिन पहले सांबा में BSF ने ढूंढी सुरंग
पिछले गुरुवार को जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के चक फकीरा में BSF अधिकारियों को एक सुरंग दिखी थी। यह सुरंग अंतरराष्ट्रीय सीमा से सिर्फ 100 मीटर की दूरी पर है। यह पाकिस्तानी पोस्ट चमन खुर्द से भी सिर्फ 900 मीटर की दूरी पर है। मामले की जानकारी मिलते ही BSF अधिकारी अलर्ट मोड आ गए।

BSF IG डी के बोरा ने बताया कि इस सुरंग से 21 रेत की बोरियां मिली हैं। इन पर किसी प्रकार की कोई मार्किंग नहीं मिली है। सुरंग हाल ही में खोदी गई लग रही है। इसके पहले मिली सुरंग से जो बोरियां मिलीं थी उन पर कराची लिखा होता था। उन्होंने कहा कि 2012 के अब तक पाकिस्तान सीमा पर 11 सुरंग मिली हैं।

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