नन्हें बच्चों ने बांटे नीम, तुलसी, गिलोय के औषधि पौधे
राजनांदगांव। पर्यावरण की रक्षा हम सब के लिए किसी चुनौती से कम नहीं, आज संपूर्ण विश्व इस चुनौती से जूझ रहा है। कहीं न कही मानव इस समस्या का दोषी सिद्ध हो रहा है, इसके समाधान हेतु कई प्रयास भी किए जा रहे है, किन्तु जब तक हममें से एक-एक व्यक्ति जागरूक नहीं होगा यह समस्या बढ़ती ही जाएगी, इसी समाधान के उद्देश्य से जिले की ख्याति प्राप्त संस्था गायत्री विद्यापीठ में कक्षा नर्सरी से दूसरी तक के विद्यार्थियों के बीच पर्यावरण जागरूक रैली का आयोजन किया गया।
शाला की प्राचार्य श्रीमती वत्सला अय्यर के मार्गदर्शन में यह आयोजन सफ ल रहा जहाँ शिक्षक, बच्चे हरे परिधान में ‘हरियाली से जीवन की खुशहाली का संदेश दे रहे थे वहीं वन्यजीवों की वेशभूषा में तोता, मोर, आदि बनकर हमें बचाओं खुशहाली पाओं का भी संदेश देते रहे, साथ ही साथ शिक्षक द्वारा प्रभावी नाटक की प्रस्तुति ‘वन है तो हम है’ दिया गया। नन्हें बच्चों ने अपने हाथों से अनेक औषधि पौधे वितरित कर अपनी तोतली जुबान से भी संदेश दिया ‘पेलों की लच्छा हमाली सुलक्षा’ (पेड़ों की रक्षा हमारी रक्षा) दिया। रैली का आकर्षण देखते ही बनता था, आसपास के क्षेत्र द्वारा रैली का जोरदार स्वागत अभिनंदन किया गया।
आयोजन के अंत में शाला की प्राचार्य द्वारा दिए गए संदेश में कहा गया कि वर्तमान में पृथ्वी पर बढ़ रहे प्रदूषण से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। आए दिन मौसम में परिवर्तन देखने को मिलता है, कहीं अल्पवृष्टि कहीं अतिवृष्टि आदि कई प्राकृतिक आपदाओं से हम प्रभावित हो रहे है। अत: इन सभी से बचने वातावरण को स्वच्छ व सुंदर बनाना हमारा दायित्व ही नहीं जिम्मेदारी भी है। मैं आप सभी को हरियाली दिवस की अनेक अनेक शुभकामनाएं देती हूँ।
इस आयोजन प्रभारी शिक्षिका श्रीमती मुनिरा अली, सोनल रायचा, वसुधा लड्ढा एवं समस्त प्राइमरी विभाग के शिक्षकवृंद शामिल थे। उक्त जानकारी शाला की व्याख्याता उषा झा द्वारा दी गई।