वाशिंगटनः फेसबुक को कम यूजर्स होने के चलते घाटा का सामना करना पड़ रहा है. फेसपुक की मूल कंपनी मेटा ने घोषणा की है कि यूजर्स की संख्या कम होने से उसके मुनाफे पर असर पड़ा है. इसका कंपनी को मिलने वाले विज्ञापन पर भी सीधे तौर पर प्रभाव पड़ेगा. बता दें कि कुछ ही घंटों के कारोबार में कंपनी के शेयरों के दामों में 22 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है.
कंपनी ने OTT प्लेटफॉर्म को भी बताया जिम्मेदार
कंपनी का कहना है कि इस निराशाजनक परिणामों के लिए नेटफ्लिक्स जैसे OTT प्लेटफॉर्म भी जिम्मेदार हैं. मेटा को पिछले वर्ष की अंतिम तिमाही में 10.3 बिलियन डॉलर का मुनाफा हुआ था. इसके बावजूद डेली यूजर्स की तादाद उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ पाई. बता दें कि अक्टूबर के अंत में कंपनी द्वारा अपना नाम मेटावर्स में बदलने के बाद से यह पहला परिणाम है.
भारत में डाटा के दामों में वृद्धि भी कारण
फेसबुक ऐप के 2021 की अंतिम 2 तिमाही के दौरान लगभग 1 मिलियन डेली यूजर्स कम हुए. हालांकि, ऐप के अभी भी 2 बिलियन डेली यूजर्स हैं. कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) डेविड वेनर ने कहा कि विश्वभर के यूजर्स विपरीत परिस्थितियों के कारण कम हुए हैं. इनमें एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में कोरोना महामारी और भारत में मोबाइल डेटा की कीमतों में वृद्धि शामिल हैं. इन वजहों से कॉम्पटिशन सर्विस के ग्रोथ पर निगेटिव असर पड़ा है. इससे खासकर यूथ यूजर्स कम हुए हैं.
2020 की तुलना में 8 प्रतिशत कम हुआ मुनाफा
हालांकि, कंपनी को दुरुपयोग की कई जांच और शिकायतों का सामना करना पड़ा है. वहीं, इसके अधिकारियों ने बार-बार टिकटॉक के साथ अन्य नेटवर्क से कॉम्पटिशन होने की तरफ भी इशारा किया है. विश्लेषकों को फेसबुक पर 1.95 बिलियन सक्रिय डेली यूजर्स की उम्मीद थी, लेकिन मेटा ने 1.93 बिलियन की ही सूचना दी. मेटा का पिछले वर्ष की चौथी तिमाही में 10.3 अरब डॉलर का नेट प्रॉफिट हुआ था, जो साल 2020 की तुलना में 8 प्रतिशत कम है, लेकिन कंपनी ने अपने पूर्वानुमानों के अनुरूप कारोबार में 33.67 अरब डॉलर कमाए.
250 डॉलर हुआ कंपनी के शेयर का दाम
मेटा ने निराशाजनक प्रदर्शन के लिए कॉम्पटिशन और सप्लाई चैन में आई बाधा को जिम्मेदार बताया और कहा कि इसका असर ग्राहक और विज्ञापनदाताओं पर पड़ा है. वहीं, आफ्टर-ऑवर्स ट्रेडिंग के दौरान मेटा के शेयर 22 प्रतिशत गिरकर 250 डॉलर पर आ गए हैं. कंपनी ने कहा कि पिछले साल Apple द्वारा लगाए गए विज्ञापन नियमों ने भी चौथी तिमाही में उसके वित्तीय परिणामों को प्रभावित किया है.