नई दिल्ली. दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) के दो विजिलेंस अधिकारियों को उपराज्यपाल बनकर फोन करके धमकी देने का मामला सामने आया है. सीधे एलजी के नाम से फोन आने पर अधिकारियों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि ये नंबर उपराज्यपाल या उनके कार्यालय से संबंधित नहीं हैं. इस पर दक्षिणी जिले के साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस के मुताबिक डीडीए की ओर से 25 मई को एक शिकायत मिली. इसमें बताया गया है कि विजिलेंस उपनिदेशक अश्वनी कुमार और अस्टिेंट विजिलेंस ऑफिसर धर्मेंद्र कुमार के पास 23 मई की शाम को एक फोन आया था. फोन करने वाले ने खुद को दिल्ली का उपराज्यपाल वीके सक्सेना बताया और उन्हें एक काम करने के लिए बोला, जिसके बाद इसी नंबर से दोनों अधिकारियों के पास व्हाट्सऐप पर मैसेज आए. मैसेज करने वाले शख्स ने इस नंबर पर उपराज्यपाल का फोटो भी लगाया हुआ था. उपराज्यपाल के सीधे मैसेज व फोन आने पर दोनों अधिकारियों को संदेह हुआ, जिसके बाद उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी दी.
इसके बाद डीडीए और विजिलेंस विभाग के आलाधिकारियों ने जांच की. पता चला कि यह नंबर फर्जी है. पुलिस ने साइबर थाने में संबंधित धारा में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. फिलहाल मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं की है.