रायपुर । समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की अंतिम तिथि 31 जनवरी समाप्त होने में आज को मिला महज 3 दिन शेष है और व्यवहारिक दिक्कतों के चलते किसानों के शेष बचे धान को इस अवधि में खरीद पाने में सोसायटियां असमर्थता जता रही हैं पर प्रशासन हर हाल में इस तिथि तक धान खरीदवाने में आमादा हैं। सोसायटियों व किसानों के मांग के बाद भी खरीदी अवधि अब तक न बढ़ने से जहां सोसायटी कर्मी हलाकान हैं तो किसान सांसत् में हैं।
बीते कल आरंग विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अपने निर्वाचन क्षेत्र के सोसायटियों का क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य अनीता साहू द्वारा किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा व अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ दौरा कर हालात की जानकारी ली तो पता चला कि केन्द्रीय सहकारी बैंक शाखा आरंग के अधीन आने वाले 16 सोसायटियों में से फरफौद को छोड़ शेष 15 ने इस अवधि में धान खरीदी कर पाने में अपनी असमर्थता की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी है पर इसके बाद भी प्रशासन प्रतिदिन धान खरीदी का लक्ष्य बढ़ा धान खरीदने दबाव डाल रहा है । इधर इसी विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित एक अन्य जिला पंचायत सदस्य ललिता कृष्णा वर्मा ने हालात का जायजा ले क्षेत्रीय विधायक गुरु खुशवंत सिंह को ज्ञापन सौंप खरीदी तिथि बढ़वाने का आग्रह किया है।
ज्ञातव्य हो कि बीते 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू करते समय शासन ने प्रत्येक धान उपार्जन केन्द्रों के लिये प्रतिदिन धान खरीदी व बफर स्टाक लिमिट तय कर दी थी । अब निर्धारित शेष बचे 3 दिन की अवधि में धान खरीदवाने प्रशासन मनमाने तरीके से धान खरीदी का लिमिट बढ़ा रहा है तो बफर स्टॉक से अधिक जाम धान का प्रभावी परिवहन भी नहीं करवा पा रहा है जिसके चलते खरीदी व्यवस्था चरमरा गयी है । बीते कल श्री शर्मा के पहल पर श्रीमती साहू सहित पूर्व में जनपद उपाध्यक्ष रहे थानसिह साहू , नारा के सरपंच हेमंत चंद्राकर , डिघारी के पूर्व सरपंच नंदकुमार साहू , जागरूक युवा कृषक द्रोण चंद्राकर , फवीन्द्र वर्मा , सेवानिवृत्त प्रधानपाठक रामावतार दुबे आदि ने जमीनी हकीकत जानने केन्द्रों का दौरा कर किसानों व सोसायटी कर्मियों से चर्चा की । रीवा केन्द्र में बफर स्टॉक 11500 क्विंटल के स्थान पर 21500 क्विंटल धान पड़ा है व खरीदी लिमिट 1791 क्विंटल को बढ़ा 5200 क्विंटल कर दिया गया है । यहां पर करीबन 15 हजार क्विंटल धान खरीदी बाकी है । गुल्लू केन्द्र में बफर लिमिट 17400 क्विंटल के बदले 23735 क्विंटल धान रखा है । धान खरीदी लिमिट 1600 को बढ़ा 5520 क्विंटल कर दिया गया है और 5520 क्विंटल धान खरीदी किया जाना बाकी है।