राजनांदगांव। थाना डोंगरगांव मामला है। बीते 5 सितंबर को थाना प्रभारी निरी0 उपेन्द्र कुमार शाह को ग्रामीण जन सामान्य से सुचना मिला कि ग्राम धनगांव निवासी युगेश कुमार रावटे ऊर्फ फेकु ,उम्र- 24 साल, की मृत्यु हो गई है प्रभारी द्वारा मामले की गंभीरता को ध्यान मे रखते हुये तत्तकाल मर्ग कायम कर जांच मे लिया गया , घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारी पुलिस अधीक्षक , जिला राजनांदगांव अभिषेक मीना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले , उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती नेहा वर्मा, को कराया एवं वरिष्ठ अधिकारीयों से मार्गदर्शन प्राप्त कर त्वरित कार्यवाही करते हुये मामले मे सुक्ष्मता से जांच किया गया ।
जांच के दौरान पाया गया कि युगेश कुमार रावटे पिता देवसिंग रावटे, उम्र- 24 साल,निवासी धनगांव, थाना डोंगगांव जिला राजनांदगांव, छ0ग0 की मृत्यु रस्सी से गला घोंट कर किया गया है, संदेहीयों से पुछताछ किया गया, पुछताछ व साक्ष्य के आधार पर मृतक की हत्या, मृतक के पिता देवसिग रावटे पिता स्व0 बिंझवार रावटे उम्र- 57 साल, के द्वारा किया जाना स्वीकार किया गया है एवं बताया कि मृतक युगेश कुमार रावटे एवं उसके पिता देवसिंग रावटे की मध्य शराब पीने एवं घर के मोटर सायकल ,मोबाईल एवं अन्य घरेलू सामान बेचने को लेकर हमेशा लड़ाई झगड़ा होता था 4 सितंबर के दत्यानी रात्रि करीबन 12.00 बजे मृतक युगेश कुमार रावटे शराब के नशे मे घर आया और अपने पिता को गाली गुफ्तार कर मारपीट करने लगा एवं पास मे रखे रस्सी को अपने पिता के गले मे डालने लगा,तब उसी रस्सी को आरोपी पिता देवसिंग रावटे के द्वारा मृतक युगेश के गले मे डालकर खींचा जिससे युगेश कुमार जमीन पर गिर गया तब देवसिग रावटे युगेश के सिर पर पैर रखकर गले मे फंसे रस्सी को बल पुर्वक कसकर खीचकर हत्या कर दिया । हत्यारे पिता के पास से घटना मे प्रयक्त प्लास्टिक के बोरी व कपड़ा से बने रस्सी को बरामद किया गया है । हत्यारा पिता देवसिंग रावटे के द्वारा अपने ही बेटे के मृत्यु के साक्ष्य छुपाकर सामान्य मृत्यु बताने की कोशिश कर रहा था इस पर थाना डोंगरगावं मे अपराध 302,201 भादवि का अपराध कायम कर विवेचना मे लिया गया है । आरोपी को थाना डोंगरगांव पुलिस के द्वारा गिर0 कर ज्युडिशियल रिमांड पर भेजा गया है । उक्त कार्यवाही मे थाना स्टाफ सउनि बेदराम चंद्रवंशी,सउनि ईश्वर प्रसाद यादव, आर0 1158 जामेन्द्र वर्मा, आर0 17 कोमल साहू, 1507 राकेश कुमार साहू, 1433 कौशल सुधाकर का कार्य सराहनीय रहा ।