India vs Pakistan Match: एशिया कप 2022 सीजन में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. टूर्नामेंट का आगाज शनिवार (27 अगस्त) को होगा. जबकि अगले दिन यानी 28 अगस्त को ही भारत और पाकिस्तान के बीच रोमांचक मैच होगा. फैन्स को हमेशा से ही भारत-पाकिस्तान मैच का इंतजार रहा है.
यह मैच फैन्स के साथ-साथ खिलाड़ियों के लिए भी काफी रोमांचक होती है. दोनों टीम के प्लेयर इस मैच में अलग ही दबाव में होते हैं और हर हाल में मैच जीतना चाहते हैं. कई बार मैच हारने पर प्लेयर रोने भी लगते हैं. भारत-पाकिस्तान के बीच ऐसा मैच होता है, जिसमें प्लेयर हार सामने देखकर भी रोने लगते हैं.
मियांदाद ने चेतन शर्मा की बॉल पर जड़ा था छक्का
ऐसा ही एक वाकया 1986 के दौरान हुआ था. 18 अप्रैल को शारजाह में भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप का फाइनल खेला गया था. यह इस टूर्नामेंट का पहला सीजन था,जिसमें पाकिस्तान टीम ने एक विकेट से जीत दर्ज की थी. यह वही मैच है, जिसमें आखिरी बॉल पर पाकिस्तान को जीतने के लिए 4 रनों की जरूरत थी और जावेद मियांदाद ने चेतन शर्मा की बॉल पर छक्का जड़ दिया था. यह क्रिकेट इतिहास के कुछ यादगार मैचों में गिना जाता है.
इसी मैच से जुड़ा एक किस्सा पाकिस्तान के पूर्व स्टार तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने सुनाया है. उन्होंने बताया कि किस तरह से आखिरी ओवर्स में जब भारतीय टीम हावी नजर आ रही थी, तब पाकिस्तान के दो खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम में बैठकर जमकर रोने लगे थे.
पाकिस्तानी खिलाड़ी लगातार रोए जा रहे थे
वसीम अकरम स्टार स्पोर्ट्स के एक सेगमेंट में भारतीय लीजेंड कपिल देव से बात कर रहे थे, ‘इसी दौरान अकरम ने कहा, ‘मुझे आज भी याद है कि मैं उस मैच में रनआउट हो गया था. तौसीफ अहमद ने तुरंत सिंगल रन ले लिया और मियांदाद ने ऐसा कर दिया. मैं तब मैं तब यंग प्लेयर था और मेरे साथ जाकिर खान और मोहसिन कमाल भी युवा ही थे. वह उस मैच में नहीं खेल रहे थे, लेकिन वे बगैर रुके लगातार रोए जा रहे थे. मैंने उनसे कहा कि तुम रो क्यों रहे हो भाई?
कपिल देव ने भी हार पर किया था खुलासा
अकरम के सवाल पर जाकिर और मोहसिन ने कहा, ‘हमें यह मैच जीतना है.’ इस पर अकरम ने कहा, ‘मैंने उनसे कहा कि अगर रोने से मैच जीत सकते, तो मैं भी तुम दोनों के साथ रोता. अब उम्मीद करते हैं कि मियांदाद कमाल दिखा दे.’ वहीं, हाल ही में कपिल देव ने भी खुलासा किया था कि उस हार ने भारतीय टीम का आत्मविश्वास तोड़ दिया था. यह हार सोचकर कई बार नींद तक नहीं आती थी.