जांजगीर-चांपा. छत्तीसगढ़ में लगभग 50 हजार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाली कंपनी ‘फ्लोरा मैक्स’ से जुड़ी एक महिला एजेंट के पति ने आज कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली. कीटनाशक पीते ही परिजनों ने उसे तत्काल चांपा के अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भेज दिया है और मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान दारंग निवासी संतोष साहू है. मृतक की पत्नी नीरा साहू फ्लोरा मैक्स कंपनी में एजेंट के रूप में काम करती थी और मृतक (संतोष साहू) अन्य महिलाओं को भी कंपनी से जोड़ने में उसकी सहायता करता था. पति पत्नी ने मिलकर कई लोगों को इस कंपनी से जोड़ा लेकिन कंपनी के डायरेक्टर हजारों महिलाओं से 30-30 हजार रुपये लेकर फरार हो गए थे, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. कंपनी में पैसे लगाने वाली महिलाओं को अपने पैसे वापस नहीं मिले. ऐसे में मृतक और उसकी पत्नी ने जिन महिलाओं को कंपनी से जोड़ने का काम किया था, उनके पैसे वापस करने का दबाव बना रहे थे. इससे परेशान होकर व्यक्ति ने खुदखुशी कर ली है.
वहीं रायगढ़ जिले के एक गांव की 165 महिलाओं ने कंपनी के खिलाफ 49 लाख रुपए के फ्रॉड का मामला दर्ज कराया है. महिलाओं का आरोप है कि कंपनी ने प्रलोभन देकर महिलाओं से 30-30 हजार रुपए जमा तो कराए, इसके अलावा उनके दस्तावेज और दस्तखत लेकर गैर कानूनी ढंग से लोन लेकर कंपनी में लगा दिए. हाल ही में कंपनी से जुड़ी एक और महिला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी.
महिलाओं से सीएम साय से लगाई थी मदद की गुहार:
बता दें, इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कंपनी के डायरेक्टर अखलेश सिंह और केयर टेकर मया राम साहू समेत 10 महिलाओं को गिरफ्तार कर कंपनी को सील कर दिया है. बीते दिन गुरुवार को कंपनी के फ्रॉड से पीड़ित लगभग 150 महिलाओं ने सीएम हाउस में पहुंचकर पैसे वापिस दिलाने की गुहार लगाई थी.
जानिए क्या है पूरा मामला
कंपनी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और हर महीने 2700 किश्त और कुछ घरेलु सामान देने का वादा कर कंपनी में पैसे इनवेस्ट करने को कहा. इस प्रलोभन में आकर प्रत्येक महिला ने 30-40 हजार रुपये लोन लेकर कंपनी में लगा दिये. वहीं जब बीते 2 महिने से कंपनी ने महिलाओं को किश्त के पैसे और सामान देना बंद कर दिया, तब महिलाओं ने एसपी और कलेक्टर के पास कंपनी के खिलाफ अपने साथ हुई ठगी की शिकायतें दर्ज कराई थीं, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच शुरू की और कंपनी के डायरेक्टर अखलेश सिंह और केयर टेकर मया राम साहू समेत 10 महिलाओं को गिरफ्तार कर कंपनी को सील कर दिया.