Moonga Kisko Pehanna Chaiye: रत्न शास्त्र में कुल 9 रत्न और 84 उपरत्न का उल्लेख किया गया है. सभी रत्नों का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है. कोई भी रत्न धारण करने से पहले विद्वानों और ज्योतिषी की सलाह लेनी बहुत जरूरी होती है. बिना जानकारी के कोई भी रत्न धारण करने से बहुत समस्याएं भी झेलनी पड़ सकती है. रत्न धारण करने के लिए कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति पता होना बहुत जरूरी होती है. इसी के चलते आज हम आपको मूंगा रत्न के बारे में बताने मूंगा को अंग्रेजी में कोरल के नाम से जाना जाता है. इस रत्न का संबंध मंगल ग्रह से होता है. आइए जानते हैं मूंगा रत्न धारण करने के फायदे, नुकसान और नियम.
मूंगा रत्न धारण करने के फायदे
– मूंगा रत्न धारण करने से सफलता प्राप्त होती है और इच्छित लक्ष्य तक पहुंचने की राह आसान हो जाती है.
– जिन लोगों को अनजाना सा डर लगा रहता है उनके लिए मूंगा पहनना लाभदायक साबित होता है.
– मेडिकल, इंजीनियरिंग के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए मूंगा रत्न धारण करना फायदेमंद होता है.
– अगर किसी को डरावने सपने आते हों जिससे नींद पूरी नहीं हो पाती है उनके लिए मूंगा पहनना शुभ होता है.
– मांगलिक दोष के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए मूंगा पहनने की सलाह दी जाती है.
किन राशियों के लिए शुभ होता है मूंगा?
रत्न शास्त्र के अनुसार कुंडली में मंगल की स्थिति को मजबूत करने के लिए मूंगा धारण किया जाता है. जिस व्यक्ति की राशि मेष, वृश्चिक हो या फिर लग्न में सिंह, धनु, मीन हो उन लोगों को मूंगा धारण करना शुभ परिणाम देता है.
किन लोगों को नहीं पहनना चाहिए मूंगा?
रत्न शास्त्र के अनुसार मकर और धनु राशि के जातकों को मूंगा नहीं पहनना चाहिए. इन राशि के लोगों को अशुभ परिणाम झेलने पड़ सकते हैं.
मूंगा पहनने के नियम
– रत्न शास्त्र के अनुसार कम से कम 7 से 8 रत्ती का मूंगा धारण करना चाहिए.
– मूंगा को तांबे या फिर चांदी की अंगूठी में जड़वाकर पहना जा सकता है.
– मंगलवार का दिन मूंगा धारण करने के लिए शुभ माना जाता है.
– इस रत्न धारण करने के लिए अनामिका अंगुली यानी की रिंग फिंगर में पहनना शुभ होता है.
(Disclaimer: कोई भी रत्न धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी या फिर विद्वान से जरूर सलाह लेनी चाहिए. यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.dainikpahuna.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.)