फॉरेस्ट गार्ड फरार, करोड़ों रुपए की ठगी करने का आरोप

 

बिलासपुर। रिटायर्ड बैंक अधिकारी को पड़ोस में रहने वाले फॉरेस्ट गार्ड ने सरकारी ठेके में दोगुना मुनाफा देने का झांसा दिया और किस्तों में एक करोड़ 72 लाख रुपए की ठगी कर ली। एफ आई आर दर्ज होने के बाद आरोपी फरार हैं। कोटा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिला सहकारी बैंक के रिटायर्ड शाखा प्रबंधक रतनलाल पांडे (84 वर्ष) के पड़ोस में रहने वाला विनय तिवारी खुद को फॉरेस्ट गार्ड बताता था। उसने जान पहचान बढ़ाकर शासकीय विभागों में सप्लाई और ठेकेदारी के काम के लिए निवेश करने का झांसा फरियादी को दिया। आरोपी ने कहा कि उसके पास पैसे नहीं है जबकि वह दोगुना मुनाफा कमा कर दे सकता है। पांडेय ने सन् 2017 से लेकर 2020 तक उसे किस्तों में 1 करोड़ 70 लाख रुपए दे दिए। अब फारेस्ट गार्ड उसे मूल राशि भी नहीं लौटा रहा था। पैसे मांगने पर वह आनाकानी करने लगा। तंग आकर उसने इसकी लिखित शिकायत एसएसपी पारुल माथुर से की। इसके बाद कोटा पुलिस ने धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया। एफआईआर दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार है।

error: Content is protected !!