रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी की 20 अगस्त को जयंती पर उन्हें नमन किया है। राजीव गांधी को याद करते हुए श्री बघेल ने कहा है कि राजीव जी ने 21 वीं सदी के आधुनिक भारत की नींव रखी। देश में कम्प्यूटर क्रांति और सूचना क्रांति लाने का श्रेय राजीव जी को जाता है। कम्प्यूटर के जरिए शासकीय काम-काज में पारदर्शिता आई और ई-प्रशासन के माध्यम से आमजन तक शासकीय योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित हुई। वास्तव में राजीव जी आधुनिक भारत के स्वप्नदृृष्टा थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी ने भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री के रूप में देश की बागडोर संभाली। उन्होंने देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए युवाओं को 18 साल में मतदान का अधिकार दिलाया। उन्होंने देश में त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं और नगरीय निकायों को अधिकार संपन्न बनाने का भी महत्वपूर्ण कार्य किया। राज्य सरकार द्वारा ‘‘राजीव युवा मितान क्लब‘‘ के जरिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में युवाओं को रचनात्मक सांस्कृतिक गतिविधियों खेल-कूद आदि से जोड़ा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी का दृष्टिकोण था कि ‘भारत में गरीबी उन्मूलन तथा आत्मनिर्भर भारत‘ निर्माण के लक्ष्य की प्राप्ति किसानों की आर्थिक दशा में सुधार के बिना संभव नहीं है। उनके बताए रास्ते पर चलते हुए राज्य सरकार ने गरीबों, किसानों, आदिवासियों सहित सभी वर्गों के लोगों के लिए अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम और योजनाएं शुरु की हैं। किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ शुरु की गयी है। इस योजना के माध्यम से राज्य के 24 लाख से अधिक किसानों को 20,103 करोड़ रूपए इनपुट सब्सिडी के रूप में दिए गए हैं। साथ ही राज्य के ग्रामीण अंचल के भूमिहीन कृषि मजदूरों को आर्थिक मदद देने के लिए ‘‘राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना‘‘ शुरू की गई है। इस योजना के तहत ग्रामीण अंचल के ऐसे परिवारों को 7000 रूपए प्रतिवर्ष दिए जा रहे हैं, जिनके पास खेती की जमीन नहीं है और वे मनरेगा, कृषि मजदूरी या पौनी-पसारी से जुड़े हैं। राज्य सरकार ने किसानों की बेहतरी के लिए साल दर साल समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी, कर्जमाफी, सिंचाई कर की माफी जैसे कदम उठाए हैं।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार राजीव जी के समावेशी विकास के सपने को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। राजीव जी ने भारत की प्रगति का जो सपना देखा था, उसे पूरा करने के लिए सच्चा प्रयास ही उनको वास्तविक श्रद्धांजलि होगी।