टीआरएस के पूर्व सांसद ने छोड़ी पार्टी, BJP में जानें की अटकलें

 

मुख्यमंत्री KCR को भेजा अपना त्यागपत्र

हैदराबाद: तेलंगाना के भोंगीर (भुवनगिरी) लोकसभा सीट से टीआरएस के पूर्व सांसद बूरा नरसै​य्या गौड़ ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर रावको अपना त्यागपत्र भेजा. राजनीतिक गलियारों में अफवाहें फैलने लगीं हैं कि बूरा नरसैय्या गौड़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं. इस बारे में पूछे जाने पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है. हालांकि, चुग ने यह भी कहा कि भाजपा में शामिल होने के लिए किसी का भी स्वागत है, क्योंकि यह एक राष्ट्रीय पार्टी है.

इस बीच, अफवाहों को विश्वसनीय बनाते हुए, बीजेपी की जॉइनिंग कमेटी के सदस्य और पूर्व सांसद कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी ने ट्विटर का सहारा लिया और नरसै​य्या गौड़ की प्रशंसा एक ऐसे व्यक्ति के रूप में की, जिसने कभी अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया, भूमि हथियाने या अपराधों के लिए प्रसिद्ध नहीं था, और शराबी नहीं था. उन्होंने बूरा नरसैय्या गौड़ को एक उच्च शिक्षित व्यक्ति, एक वरिष्ठ गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट बताया. माना जा रहा है कि मुनुगोड़े उपचुनाव के लिए गौड़ को टीआरएस से टिकट मिलने की उम्मीद थी. वह कुसुकुंतला प्रभाकर रेड्डी को चुनावी मैदान में उतारने के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के फैसले से नाखुश थे.

नरसै​य्या गौड़ तेलंगाना के प्रमुख ताड़ी-टप्पर समुदाय से आते हैं. यह समुदाय मुनुगोड़े उपचुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकता है. गौड़ के समर्थक शुरू में अपर कास्ट उम्मीदवार प्रभाकर रेड्डी को मैदान में उतारने के पार्टी नेतृत्व के फैसले के खिलाफ थे. आपको बता दें​ कि मुनुगोड़े सीटपर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है. कांग्रेस विधायक कोमातीरेड्डी राज गोपाल रेड्डी के 2 अगस्त को विधायकी से इस्तीफा देने के बाद मुनुगोड़े में उपचुनाव जरूरी हो गया था. उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली है और मुनुगोड़े से उसके टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी ने उपचुनाव में पलवई सरवंती को मैदान में उतारने का फैसला किया है.

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