केसीसी में फर्जीवाड़ा: प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा के खिलाफ अपराध दर्ज

राजनांदगांव।  डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम पिनकापार निवासी प्रार्थी गौचंद व ग्राम धनडोंगरी निवासी गुलाब, बेलदार, बेदूराम, सेवाराम, शत्रुहन, पीलूराम तथा ग्राम पिनकापार निवासी मुकुंद, नंदकुमार, दयालाल व ग्राम मुड़पार निवासी गणपत, मेढ़ा निवासी रतन, ग्राम धनडोंगरी निवासी धुनु, ग्राम धनडोंगरी निवासी शत्रुहन कंवर, ग्राम धनडोंगरी निवासी सालिक कुमार की ओर से थाना डोंगरगढ में देर रात शिकायत करने पर सेवा सहकारी समिति मर्यादित मेढ़ा के कुलदीप विश्वकर्मा के विरूद्ध धोखाधड़ी के मामलों में करते हुये भारतीय दंड संहिता की धारा 420 व 409 के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज किया गया। संस्था व बैंक की ओर से दी गई जानकारी अनुसार समिति कार्यक्षेत्र के ग्रामों के किसानों के साथ ऋण वितरण में गड़बड़ी समिति प्रबंधक द्वारा की गई है। प्रारंभिक जांच में किसानों को फर्जी तरीके से वितरण ऋण, किसानों से ऋण वसूली किया जाना बाकी है। किसानों द्वारा थाने मे बयान दर्ज कराया गया है कि यह ऋण उन्होंने लिया ही नहीं है। मृतक कृषक पुत्र आनंद राम कंवर के पिता भागीरथी कंवर समिति कार्यक्षेत्र के ग्राम खल्लारी के निवासी हैं। इनके द्वारा भी समिति से ऋण लिया जाता रहा है। इस किसान ने वर्ष 2020 में समिति से 2 लाख 50 हजार रुपए ऋण लिया था। जिसकी वसूली के लिए समिति अथवा बैंक शाखा की ओर से कोई मांगपत्र जारी नहीं किया गया था।

समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ था कि ऋण वसूली की प्रताडऩा से किसान की ओर से आत्महत्या की गई है। जबकि वसूली के लिए कोई प्रताडऩा समिति अथवा बैंक शाखा की ओर से नहीं किया गया। आत्महत्या के कारणों को जानने के लिए थाना डोंगरगढ़ द्वारा रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। आरोपी कुलदीप विश्वकर्मा के विरूद्ध प्राप्त शिकायत की जांच की गई। जांच में दोषी पाये जाने पर 12 अप्रैल 2023 को समिति के कर्मचारी सेवा नियम के तहत तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। समिति प्रबंधक की ओरसे की गई गड़बड़ी की जांच के लिए सहकारिता विभाग की ओरसे विशेष अंकेक्षण कार्य किया जा रहा है। अंकेक्षण प्रतिवेदन में गड़बड़ी पाये जाने पर कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल थाना डोंगरगढ में एफआईआर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। समिति कार्यक्षेत्र के अन्य किसान जिनके साथ इस प्रकार की धोखाधड़ी हुई हो तो, वे थाना डोंगरगढ़ में जाकर अपनी शिकायत लिखवा सकते हैं। जल्द ही खेतों में बुआई व खेती किसानी करने का समय आ जायेगा। ऐसी स्थिति में किसानों को खाद, बीज एवं ऋण की आवश्यकता होगी। जिन किसानों का ऋण भुगतान नहीं हुआ है। जिसकी वजह से वे खाद बीज प्राप्त नहीं कर पा रहे है। शीघ्र ही उन किसानों की समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। खेती किसानी के कार्यों में किसानों को कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

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