दुर्ग। वन विभाग द्वारा स्कीम निकाले जाने और उसमें फायदा बताकर झांसे में लेते हुए पीडि़ता से 11 लाख रुपए का निवेश तथा अन्य लोगों से भी रकम लेने वाले फरार आरोपी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल निहित किया गया है। सहायक प्रोग्रामर वन विभाग कांकेर के पद पर कार्यरत आरोपी प्रवीण सिंह गौर (36)ग्राम ठेलका बोर्ड थाना व जिला कांकेर एवं ओमप्रकाश देवांगन (36) कोहका के द्वारा लोगों को वन विभाग द्वारा स्कीम निकाले जाने और उसमें पैसा निवेश करने पर फायदा बताया गया था। उनके झांसे में आकर पीडि़ता प्रियंका राजपूत ने आरोपियों को 11 लाख रुपए दे दिए थे। वहीं इन आरोपियों ने कुछ अन्य लोगों से भी लाखों रुपए वसूल लिए थे।
पीडि़ता द्वारा दोनों आरोपियों के खिलाफ पूर्व में शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 465, 467, 468, 120 बी, 34 के तहत अपराध दर्ज किया था। शिकायत दर्ज होते ही पुलिस पुलिस के आला अधिकारियों के निर्देश पर टीम आरोपियों की तलाश में लगी हुई थी। आरोपी प्रवीण सिंह गौर को हाई कोर्ट बिलासपुर से अग्रिम जमानत मिल गई थी तथा इस प्रकरण का दूसरा आरोपी ओम प्रकाश देवांगन फरात चल रहा था एवं पुलिस से बचने के लिए यहां वहां छुप रहा था। कोतवाली पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए भिलाई, दुर्ग, राजनांदगांव ,कांकेर जाकर पता तलाश कर रही थी। विशेष टीम गठित करने के बाद टीम ने 20 फरवरी को घेराबंदी करते हुए आरोपी ओमप्रकाश देवांगन को पाटन से गिरफ्तार किया। इसके बाद उसे न्यायालय में पेश किया।