0- अकेले डोंगरगढ़ में एक करोड़ से ज्यादा का जुआ
0- राजनांदगांव शहर, चिचोला, छुरिया और डोंगरगांव में भी लाखों का जुआ चल रहा
दैनिक पहुना राजनांदगांव। जुआ एक सामाजिक बुराई है तो कानूनन अपराध भी है, लेकिन इसे रोकने में न समाज की प्रबल इच्छा शक्ति दिखाई देती है और न पुलिस की। दीपावली पास आते आते राजनांदगांव जिले भर में रोज करोड़ों का जुआ चल रहा है और जुआ खेलने-खेलाने के मामले में डोंगरगढ़ सबसे आगे जान पड़ता है। तो आखिर किसकी शह पर धर्मनगरी डोंगरगढ़ में इतना ज्यादा जुआ खेला जा रहा है? कौन है वह जो आम-खास सभी वर्ग को बर्बादी की ओर ढकेल रहा है ?
0- बाहर से खेलने आ रहे बड़े जुआरी, फाइनेंसर भी उपलब्ध
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के डोंगरगढ़ जो सर्वधर्म समभाव की नगरी के रूप में भी जाना जाता है, में रोज एक करोड़ से ज्यादा का जुआ खेला जा रहा है। जंगलों तक में जुआ खेले खिलाने जाने की जानकारी मिल रही है। इतना सब हो रहा है तो पुलिस भी अपनी नाक बचाने छोटे जुआरियों पर ही कार्यवाही कर रही है। बड़ी मछलियों को क्या यह सोचकर नहीं पकड़ा जाता कि ये सोने के अंडे देती रहेंगी? जानकारों की मानें तो बड़े जुआ फड़ों में बड़े फाइनेंसर भी उपलब्ध रहते हैं जो प्रतिदिन 5 प्रतिशत के हिसाब से 1 लाख का 5 हजार रूपये ब्याज लेते हैं। देखना है पुलिस दीवाली के समय में भी बड़े जुआरियों को पकड़कर कार्यवाही करती है या उनकी नजर बड़ी मछलियों के सोने के अंडों पर टिकी रहेगी।
0- नांदगांव शहर सहित जिले के इन शहरों में रोज लाखों का जुआ
राजनांदगांव जिला मुख्यालय वाले शहर सहित डोंगरगांव, छुरिया विकासखंड मुख्यालय और नैशनल हाईवे पर चिचोला क्षेत्र में भी लाखों का जुआ रोज खेले जाने की जानकारी प्राप्त हो रही है, परंतु जुआ खेलने-खिलाने के मामले में ये स्थान डोंगरगढ़ से पीछे ही बताये जाते हैं।