लोकसभा में सरकार का जवाब : नक्सल क्षेत्रों में 5 साल में 577 जवानों की मौत

नई दिल्ली. लोकसभा में सरकार ने महत्वपूर्ण प्रश्न पर जवाब पेश करते हुए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में दिल का दौरा पड़ने और अन्य बीमारी से जवानों की मौत होने की जानकारी दी. 2019 से 2023 के बीच नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और असम राइफल्स (एआर) के 577 जवानों की मौत दिल का दौरा पड़ने और विभिन्न बीमारियों से हुई है.

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इन पांच वर्षों के दौरान नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात जवानों को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसमें दिल का दौरा और अन्य गंभीर बीमारियां शामिल हैं. सुरक्षा बलों की स्वास्थ्य स्थितियों पर सरकार ने चिंता जताई है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि इन जवानों की मौत के कारणों में अत्यधिक तनाव, कठिन जीवन परिस्थितियां और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की चुनौतियां शामिल है. सरकार ने इस मुद्दे पर ध्यान देने की बात कहते हुए बताया, सुरक्षा बलों की स्वास्थ्य देखभाल को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाने की योजना बनाई गई है. सरकार ने लोकसभा में कहा कि जवानों की स्वास्थ्य स्थिति और उनकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. सुरक्षा बलों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं और तनाव प्रबंधन कार्यक्रमों की व्यवस्था की जाएगी.

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