रेड कार्पेट पर निकलेगी बाबा महाकाल की भव्य झांकी, घोड़े, बग्गी और शिवगण रहेंगे विशेष आकर्षण
राजनांदगॉव। बाबा श्री महाकाल पालकी यात्रा एवं महाकाल सेना आयोजन समिति के संयोजक पवन डागा एवं संरक्षक नीलू शर्मा ने बताया की महाकाल मंदिर उज्जैन की तर्ज पर सावन मास के प्रत्येक सोमवार को निकलने वाली भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर की सावन पालकी शोभा यात्रा का कल 28 अगस्त को अष्टम एवं अंतिम पड़ाव संपन्न होगा। बाबा की इस सावन पालकी यात्रा को राजनांदगॉव की धर्मप्रेमी जनता एवं शिवभक्तों का अगाध प्रेम, अटूट आस्था एवं अभूतपूर्व प्रतिसाद प्राप्त हुआ है, जिससे आयोजन समिति अभिभूत है एवं संस्कारधानी के शिवभक्तों की हृदय से आभारी है। पूर्व की सभी सात सावन पालकी यात्रा की तरह आज भी संस्कारधानी राजनांदगॉव में बाबा श्री महाकाल की पालकी यात्रा का आयोजन बड़े हर्षाेल्लास के साथ भक्तिपूर्ण वातावरण मेें धर्मप्रेमी जनता के सानिध्य में किया जा रहा है।
बाबा श्री महाकाल चन्द्रमौलेश्वर की शाही सवारी नगर भ्रमण हेतु अष्टम पालकी यात्रा के रूप में आज 28 अगस्त दोपहर 02 बजे स्थानीय जमातपारा स्थित प्राचीन शीतला माता मंदिर से प्रारंभ होकर किल्लापारा, दिग्विजय कॉलेज के सामने स्थित दुर्गा मंदिर, दुर्गाचौक, बॉसपाईपारा, चौखड़ियापारा, इंदिरानगर चौक, नंदई चौक, कुंआ चौक, बसंतपुर थाना चौक, सदर बाजार, भारत माता चौक, तिरंगा चौक से भ्रमण करते हुए गंज लाईन स्थित श्री बालाजी सिद्धपीठ हुनमान मंदिर में बाबा की सावन पालकी यात्रा विश्राम लेगी।
शिवभक्तों द्वारा अपने आराध्य बाबा महाकाल जी की पालकी यात्रा प्रभु श्री चंद्रमौलेश्वर जी के स्वरूप में पूरे राजशाही ठाठ-बाट, गरिमा एवं भव्यता के साथ, यात्रा मार्ग पर रेड कार्पेट बिछाकर निकाली जाएगी। बाबा महाकाल की सावन पालकी शोभा यात्रा में आज शाही घोड़ों, बग्गी की सवारी सहित विभिन्न श्रंृगार एवं वेशभूषाओं में सजीव शिव परिवार तथा शिवगण दर्शकों के आकर्षण का केन्द्रबिन्दु रहेंगे। विभिन्न समाज के शिवकृपापात्र भक्तजनों द्वारा बाबा की पालकी यात्रा का जगह-जगह पर भव्य स्वागत सत्कार एवं पूजा अर्चना की जायेगी एवं भक्तजनों के लिये जलपान की व्यवस्था भी की गई है। प्रभू अपनी पालकी शोभा यात्रा में उपस्थित भक्तजनों पर कृपादृष्टि डालकर उनको मनवांछित आशीर्वाद प्रदान करंेगे और उनके कष्ट हरंेगे। आयोजन समिति के प्रयास से इस बार पालकी यात्रा के समय सुप्रसिद्ध भजन गायक अभि कौशिक एवं ग्रुप अपने सुमधुर आवाज में भजन गीत गाकर भक्तजनों को बाबा महाकाल के प्रेम और भक्ति के रंग में सराबोर करेंगे। आयोजन समिति के पवन डागा एवं नीलू शर्मा ने संस्कारधानी के शिव भक्तों एवं धर्मावलम्बीजनों से बाबा श्री महाकाल जी की सावन पालकी यात्रा के इस अंतिम पड़ाव में सपरिवार उपस्थित रहकर श्री महाकालकृपा का पुण्यफल प्राप्त करने की अपील की है।
बाबा की पालकी यात्रा से जुड़ी प्राचीन धार्मिक मान्यता
आयोजन समिति ने बताया कि ऐसी प्राचीन धार्मिक मान्यता है की उज्जैन नगरी के राजा बाबा महाकाल स्वयं प्रभु श्री चंद्रमौलेश्वर के अपने दिव्य स्वरूप में सावन के पवित्र महीने में प्रत्येक सोमवार को अपने भक्तों एवं प्रजाजनों को दर्शन देकर उनका दुःख हरने एवं उनकी पीड़ा निवारण करके उन्हें मनवांछित आशीर्वाद देने के लिये नगर भ्रमण करते हैं। उस समय जो भी भक्त और प्रजा सच्चे मन से उनकी शोभायात्रा में उपस्थित होकर बाबा के दिव्य स्वरूप का दर्शन करते हैं, प्रभु उन भक्तों पर अपनी विशेष कृपादृष्टि प्रदान कर उन्हें मनोवांछित पुण्यफल प्रदान करते हैं और उनके जीवन के सारे कष्ट हर लेते हैं। अतः धर्मनगरी उज्जैन के बाबा महाकाल की इस सावन पालकी यात्रा का अति विशेष महत्व है, और पूरें भारत देश में उज्जैन के बाद हमारी संस्कारधानी नगरी में इस तरह की सावन पालकी शोभायात्रा का आयोजन शिवभक्तों द्वारा किया जा रहा है, जो हमारे शहर एवं प्रदेश के साथ साथ सनातनी अनुयायियों के लिये भी अत्यंत हर्ष, गौरव एवं सौभाग्य का विषय है।