Biggest Decision on Gyanvapi Masjid: ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी मामले (Gyanvapi and Shringar Gauri Case) में वाराणसी जिला अदालत आज (12 सितंबर) दोपहर 2 बजे अपना फैसला सुनाएगी. हालांकि अभी से ही वाराणसी जिला कोर्ट के बाहर हलचल तेज हो गई है और जज अदालत पहुंच चुके हैं. वाराणसी के जिला जज डॉ एके विश्वेश यह तय करेंगे कि ज्ञानवापी का जो सर्वे (Gyanvapi Survey) हुआ था वो सही था या नहीं, क्योंकि ज्ञानवापी के मुकदमे की शुरुआत वहीं से हुई है.
किस मुद्दे पर आएगा फैसला ?
वाराणसी जिला अदालत (Varanasi District Court) आज इस मुद्दे पर अपना फैसला सुना सकती है कि ज्ञानवापी का मुकदमा चलने योग्य है या नहीं? मुस्लिम पक्ष की याचिका पर फैसला आएगा, जिसमें मुस्लिम पक्ष ने कहा था कि ज्ञानवापी का वाद (मुकदमा) 1991 के पूजा स्थल विधेयक का उल्लंघन है. इसलिए यह मुकदमा नहीं चल सकता है. जबकि, हिंदू पक्ष ने कहा कि ज्ञानवापी का मुकदमा 1991 के पूजा स्थल विधेयक कानून का उल्लंघन नहीं है, पहले धार्मिक स्वरूप तय हो तब पता चलेगा कि पूजा स्थल विधेयक इस पर लागू होता है या नहीं.
काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे अलग-अलग अदालतों में लंबित हैं, लेकिन, यह मामला बेहद खास है, क्योंकि तत्कालीन सिविल जज रवि कुमार दिवाकर ने इसी मामले पर सर्वे के आदेश दिए थे, जिसमें मस्जिद के वुजूखाने में शिवलिंग होने का दावा किया गया था. हालांकि, मुस्लिम पक्ष ने इसे फव्वारा बताया था और आज भी अपने दावे पर कायम है. वहीं, हिंदू पक्ष का दावा है कि ज्ञानवापी मस्जिद का पूरा ढांचा मंदिर को तोड़कर बनाया गया है.
वाराणसी में धारा 144 लागू
ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) पर वाराणसी जिला अदालत (Varanasi District Court) के फैसले पर वाराणसी ही नहीं देश-दुनिया की निगाहें टिकी हैं और ऐसे में फैसला आने से पहले वाराणसी पुलिस अलर्ट मोड पर है. वाराणसी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम (High Alert in Varanasi) किए गए है. फैसले को देखते हुए पूरे काशी शहर को हाई अलर्ट पर रखा गया है और धारा 144 (Section-144 in Varanasi) लागू कर दी गई. इसके साथ ही सोशल मीडिया पोस्ट से लेकर पूरे शहर पर कंट्रोल रूम से 24 घंटे नजर रखी जा रही है.
वाराणसी पुलिस कमिश्नर की जनता से अपील
फैसला आने से पहले वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने आम जनता से अपील की कि किसी भी ऐसे सोशल मीडिया पोस्ट के बहकावे में ना आएं, जो धार्मिक उन्माद फैलाता हो. उसके खिलाफ तत्काल कंट्रोल रूम को सूचित करें या अपने नजदीकी पुलिस सहायता केंद्र पर सूचना दें, नहीं तो आप 112 पर डायल करके भी केवल सूचना दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि सभी सोशल मीडिया पोस्ट पर नजर रखी जा रही है. पूरे शहर में 24 घंटे कंट्रोल रूम से नजर है. किसी भी असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए वाराणसी पुलिस कमिश्नर प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है.