नई दिल्ली. एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस के मामले तेज़ी से सामने आ रहे हैं. अब लोग भी धीरे-धीरे टेस्ट के प्रति जागरूक होते जा रहे हैं, जिसके चलते टेस्टिंग सेंटर्स पर काफी भीड़ होने लगी है और टेस्ट की भी काफी डिमांड होने लगी है. लेकिन अभी भी कई लोग ऐसे हैं जो इस टेस्ट के बारे में नहीं जानते हैं कि यह टेस्ट कैसे होता है और इसके लिए कितना खर्च करना होगा, टेस्ट कब कराना चाहिए और कैसे कराना चाहिए, कितने दिन में इसकी रिपोर्ट आएगी. तो चलिए जानते हैं इन सारे सवालों के जवाब:
इस टेस्ट की जानकारी लेने के लिए न्यूज़18 की टीम स्टार लैब का जायज़ा लेने के लिए पहुंची. इस लैब में फ्लू पैनल तैयार किया जा रहा. इस लैब में H3N2 वायरस को लेकर एक बूथ भी बनाया गया है जहां पर लोग सैंपल देकर अपना टेस्ट करा रहे हैं. H3N2 वायरस टेस्ट भी कोविड-19 टेस्ट की तरह ही किया जाता है. इसके सैंपल भी नाक और गले से लिए जाते हैं.
कैसे होता है H3N2 टेस्ट और क्या है तरीक़ा ?
स्टार लैब के डायरेक्टर समीर भाटी ने बताया कि सबसे पहले एक बॉक्स में सैंपल दिया जाता है और उस सैम्पल को एक खिड़की के द्वारा बॉक्स में दिया जाता है. फिर बॉक्स लैब में कलेक्ट किया जाता है और उसके बाद सैंपल की जांच की जाती है, जिसके बाद रिपोर्ट आती है. इस वायरस का टेस्ट भी कोरोना की तरह होता है. इसमें भी नाक और गले से सैंपल लिया जाता है, लेकिन इसकी रिपोर्ट 4 दिन में आ जाती है.
कब कराना चहिए H3N2 टेस्ट?
इसता जवाब देते हुए समीर भाटी ने कहा कि जैसे ही आपको लक्षण महसूस होने लगे, तो दो से तीन दिन के अंदर यह टेस्ट करा लेना चाहिए क्योंकि अगर ज्यादा दिन हो जाएंगे, तो फिर यह वायरस पकड़ में नहीं हो पाएगा.
H3N2 टेस्ट में कितना खर्च आएगा?
एच3एन2 वायरस का अभी पूरा पैनल टेस्ट हो रहा है, जिसमे स्वाइन फ़्लू फीवर पूरा पैनल है. इसकी कीमत 4500 है, लेकिन अब इसका टेस्ट अलग से भी होगा जिसकी क़ीमत 2500 रुपया है.
टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद क्या करना चाहिए?
जो ध्यान कोरोना के टाइम रखा जाता है, वैसे ही इसमें रखना है. H3N2 के लक्षण महसूस होने पर टेस्ट करवाना है और अगर टेस्ट पॉजिटिव आता है तो कोरोना मरीज की तरह ही ख़ुद को आइसोलेट करना है.