HDFC Bank Share Price: भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के ऋणदाता एचडीएफसी बैंक के शेयरों में आने वाले दिनों में बड़ी उछाल देखने को मिल सकती है. एमएससीआई द्वारा बैंक का वेटेज बढ़ाए जाने की संभावना के साथ, बैंक में करीब 1.8 बिलियन डॉलर का निवेश आने की उम्मीद है.
नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार, एचडीएफसी बैंक के सितंबर शेयरहोल्डिंग पैटर्न से पता चलता है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के लिए 20% से अधिक की गुंजाइश है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि वेटेज वृद्धि का दूसरा और अंतिम चरण नवंबर 2024 में होने वाले पुनर्गठन के दौरान होगा, जिससे एचडीएफसी बैंक में करीब 1.8 बिलियन डॉलर का निवेश होगा. पिछले अगस्त में भी एमएससीआई ने एचडीएफसी बैंक का वेटेज बढ़ाया था, जिससे एफआईआई निवेश में बढ़ोतरी देखी गई थी.
फिलहाल, एचडीएफसी बैंक के शेयर (HDFC Bank Share Price) बीएसई पर सुबह के सत्र में मामूली बढ़त के साथ ₹1,687.50 पर कारोबार कर रहे हैं. वर्ष 2024 में अब तक निफ्टी शेयरों में करीब 1 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि पिछले 5 सालों में इसमें सिर्फ 42 फीसदी की तेजी आई है.
एचडीएफसी बैंक ने हर 4-5 साल में अपने निवेशकों का पैसा दोगुना करने का मजबूत इतिहास बनाया है, लेकिन हाल के वर्षों में प्रदर्शन ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है.
एचडीएफसी बैंक ने शुक्रवार को बताया कि उसकी जमा राशि साल-दर-साल (YoY) 15 फीसदी बढ़कर ₹25 लाख करोड़ हो गई. वहीं, बैंक के प्रबंधन के तहत अग्रिम 8 फीसदी बढ़कर ₹24.37 लाख करोड़ हो गए.
कुल सकल अग्रिम ₹25.19 लाख करोड़ तक पहुंच गया है, जो साल-दर-साल करीब 7 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है. इसके अलावा बैंक की CASA जमा राशि ₹8.83 लाख करोड़ तक पहुंच गई है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 8 फीसदी की वृद्धि है.
पिछले एक साल में बैंक के शेयर में 13 फीसदी और दो साल में 22 फीसदी की तेजी आई है. एचडीएफसी बैंक में एफआईआई का दबदबा है, जिनके पास इस शेयर में 47 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है.
इसके बाद म्यूचुअल फंड के पास 24.83 फीसदी और गैर-संस्थागत निवेशकों के पास 17.35 फीसदी हिस्सेदारी है. बाकी 10 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी बीमा कंपनियों और अन्य डीआईआई के पास है.