राजनांदगाव। बुधवार 8 दिसंबर को देश एक बड़े दुर्भाग्यपूर्ण घटना का गवाह बना है, तमिलनाडु के कुन्नूर में सेना के हेलीकॉप्टर क्रश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी श्रीमती मधुलिका रावत एवं सेना के बहादुर अधिकारी एवं जवान शहीद हो गए. इस अनमोल रत्न को गवाना देश देश के लिए ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई होना नामुमकिन है. देश के इन बहादुर सिपाहियों के निधन पर भूतपूर्व सैनिक कल्याण संगठन राजनांदगांव द्वारा उन्हें मोमबत्ती जलाकर एवं मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। श्री कल्याण संगठन के अध्यक्ष सूबेदार मेजर रिटायर्ड राजेश शर्मा ने बताया कि जनरल बिपिन रावत की कार्यकुशलता तार्किक क्षमता और युद्ध रणनीतियों में दक्षता की वजह से उन्हें तीनों सेनाओं का मुख्य चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद दिया गया था उनके कार्यकाल में देश ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक जैसी सैन्य ऑपरेशन को अंजाम दिया. जनरल साहब की कहीं भी बातें की पहली गोली हम चलाएंगे नहीं और सामने से गोली चली तो हम गिनाएंगे नहीं को याद किया गया। दुख की इस में राजनांदगांव के भूतपूर्व सैनिक एवं शहर के समाजसेवी अमलेदू हाजरा, कुलबीर छाबड़ा और गणमान्य नागरिक भी उपस्थित होकर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दिया।