यह हादसा उस समय हुआ जब वह अपनी पत्नी के साथ बंगला साहिब गुरुद्वारा से घर लौट रहे थे। पुलिस के अनुसार दुर्घटना धौला कुआं क्षेत्र में पिलर नंबर 57 से राजा गार्डन की ओर जाते समय हुई। हादसे के बाद नवजोत सिंह की पहचान की गई और पुलिस ने तत्काल उनके परिजनों को सूचना दी। सूचना मिलते ही परिवारजन मौके पर पहुंच गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नवजोत सिंह की कार को तेज़ रफ्तार BMW ने टक्कर मारी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि उनकी कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में गंभीर रूप से घायल नवजोत सिंह को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं, उनकी पत्नी की हालत नाज़ुक बनी हुई है और उनका इलाज जारी है। हैरानी की बात यह रही कि हादसा धौला कुआं क्षेत्र में हुआ, लेकिन नवजोत को नजदीकी अस्पताल ले जाने की बजाय करीब 17 किलोमीटर दूर जीटीबी नगर स्थित न्यू लाइफ अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया। पुलिस ने हादसे में शामिल BMW कार को जब्त कर लिया है। फिलहाल यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि हादसे के समय कार कौन चला रहा था। पुलिस ने नवजोत सिंह की पहचान कर परिजनों को सूचना दी, जिसके बाद परिवारजन मौके पर पहुंच गए।
रिश्तेदारों से मिलने गए थे नवजोत सिंह
पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने बताया कि नवजोत सिंह अपने परिवार के साथ जनकपुरी के प्रताप नगर में रहते थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। रविवार सुबह वह अपनी पत्नी के साथ गुरुग्राम में रिश्तेदारों से मिलने गए थे। वहां से लौटते समय दोनों पति-पत्नी आरकेपुरम स्थित एक अन्य रिश्तेदार से भी मिले। इसके बाद जब वह घर के लिए निकले, तभी उनकी बाइक धौला कुंआ से राजा गार्डन की ओर जाने वाली सड़क पर मेट्रो पिलर संख्या 67 के पास पहुंची, तभी पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बाइक सवार दंपति बाइक समेत सड़क पर गिर पड़े और बाइक काफी दूर तक घिसटती चली गई। हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
BMW चालक की पहचान
हादसे के दौरान BMW को गुरुग्राम निवासी गगनप्रीत कौर चला रही थी और उनके पति परीक्षित कक्कड़ भी कार में मौजूद थे। बाइक को टक्कर मारने के बाद गगनप्रीत गाड़ी पर संतुलन नहीं रख सकीं और कार पलटकर डिवाइडर से जा टकराई। गाड़ी पलटने के बाद गगनप्रीत कार में ही फंस गईं। वहीं उनका पति परीक्षित किसी तरह बाहर निकला और मौके पर एक टैक्सी रोककर मदद लेने की कोशिश की। कार पलटने के बाद परीक्षित बाहर निकले और मौके पर एक टैक्सी रोकी। टैक्सी चालक की मदद से उन्होंने नवजोत सिंह, उनकी पत्नी और गगनप्रीत को टैक्सी में बैठाकर अस्पताल पहुंचाया। हालांकि वहां डॉक्टरों ने नवजोत सिंह को मृत घोषित कर दिया। उनकी पत्नी और गगनप्रीत का इलाज जारी है। पुलिस अधिकारी के अनुसार, उसने घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाने के बजाय करीब 17 किलोमीटर दूर मुखर्जी नगर स्थित निजी अस्पताल पहुंचाया।
राहगीरों ने बुलाई पुलिस
सूत्रों के अनुसार, मुखर्जी नगर स्थित जिस अस्पताल में घायलों को ले जाया गया, वह अस्पताल परीक्षित के एक दोस्त का है। माना जा रहा है कि यही वजह थी कि उसने घायलों को इतनी दूर ले जाने का फैसला किया। दिल्ली कैंट थाना पुलिस को भी मामले की पहली सूचना मुखर्जी नगर अस्पताल से ही मिली। जबकि हादसे वाली जगह पर राहगीरों ने जाम की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां से घायलों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी थी।पीसीआर को मिली सूचना

