नई दिल्ली। खेल संगठनों में राजनीतिज्ञों की दखल से परेशान खेल प्रेमियों के लिए बड़ी खबर है. ओलंपिक से लेकर एशियाड तक भारत का नाम रौशन करने वाली पीटी उषा भारतीय ओलंपिक संघ की नई अध्यक्ष बनने जा रही हैं. 10 दिसंबर को होने वाले चुनावों में शीर्ष पद के लिए अकेली उम्मीदवार होने की वजह से उनका अध्यक्ष बनना तय है.
1984 के ओलंपिक 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में चौथा स्थान हासिल कर कई दंतकथाओं का हिस्सा रहीं 58 साल की पीटी उषा ने रविवार को आईओसी के शीर्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था. वहीं उनके साथ उनकी टीम के 14 अन्य लोगों ने भी संगठन में विभिन्न पदों के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है.
आईओसी के चुनाव अधिकारी उमेश सिन्हा ने बताया कि शुक्रवार और शनिवार को कोई नामांकन नहीं मिला, लेकिन रविवार को विभिन्न पदों के लिए 24 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए. इन चुनावों में उपाध्यक्ष (महिला), संयुक्त सचिव (महिला) के पद के लिए मुकाबला होगा.
Congratulations to legendary Golden Girl, Smt. P T Usha on being elected as the President of Indian Olympic Association. I also congratulate all the sporting heroes of our country on becoming the office bearers of the prestigious IOA! Nation is proud of them ! pic.twitter.com/LSHHdmMy9H
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) November 27, 2022
कुल 12 प्रत्याशी मैदान में
कार्यकारिणी परिषद के चार सदस्यों के लिए 12 प्रत्याशी मैदान में है. आईओए में एक अध्यक्ष, एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष (एक पुरुष और एक महिला), एक कोषाध्यक्ष, दो संयुक्त सचिव (एक पुरुष और एक महिला), छह अन्य कार्यकारी परिषद सदस्यों के चुनाव के लिए होंगे. जिनमें से दो (एक पुरुष और एक महिला) निर्वाचित एसओएम से होंगे. कार्यकारी परिषद के दो सदस्य (एक पुरुष और एक महिला) एथलीट आयोग के प्रतिनिधि होंगे.
देश की सफल एथलीटों में से एक पीटी उषा
पीटी उषा देश की सबसे सफल एथलीट में से एक हैं. उन्होंने 1982 से 1994 तक एशियाई खेलों में चार स्वर्ण सहित 11 पदक जीते हैं. उन्होंने 1986 के सियोल एशियाई खेलों में सभी चार स्वर्ण (200 मीटर, 400 मीटर, 400 मीटर बाधा दौड़ और चार गुणा 400 मीटर रिले) पदक के साथ 100 मीटर में रजत भी जीता. उषा ने 1982 नई दिल्ली एशियाई खेलों में 100 मीटर और 200 मीटर में पदक जीते. उन्होंने 1983 से 1998 तक एशियाई चैंपियनशिप में कुल 23 पदक जीते.