Hast Rekha Shastra: सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, जिस प्रकार चेहरे का आकार, नाखून का आकार आदि व्यक्ति के व्यवहार के बारे में कुछ-न-कुछ बताते हैं ठीक उसी प्रकार व्यक्ति के हाथ का आकार भी उसके व्यवहार या भविष्य के बारे में बहुत-सी बातें बता सकता है। हस्तरेखा शास्त्र (hast rekha Shastra) में हाथों का गहन अध्ययन किया जाता है। जिसके द्वारा व्यक्ति का स्वभाव और भविष्य फल के बारे में पता लगाया जा सकता है।
क्या कहता है आकार का हाथ
जिस व्यक्ति का हाथ चौकोर या समकोणिक होता है वह दयालु, स्वाभिमानी और अच्छे चरित्र का व्यक्ति माना जाता है। साथ ही वह व्यक्ति बहुत गंभीर स्वभाव का भी होता है।
कार्यकुशल होते हैं ऐसे लोग
जो हाथ कलाई के पास चौड़ी हथेली का होता है उसे चमसाकर हाथ कहा जाता है। ऐसे हाथ वाले लोग आदर्शवादी, मेहनती और हर कार्य को बढ़ी ही कुशलता के साथ करते हैं।
इसे कहते हैं दार्शनिक हाथ
जो हाथ लंबे और गठीले के होते हैं, जिनकी उंगलियों के जोड़ उभरे हुए होते हैं और नाखून लंबे होते हैं ऐसे हाथ दार्शनिक हाथ कहलाते हैं। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार ऐसे लोग विवेकी और रचनात्मक प्रवृत्ति के होते हैं।
कौन-से हाथ होते हैं कलापूर्ण
जो हाथ मामूली लंबाई, चौड़ाई के होते हैं, और जिनकी उंगलियों का ऊपरी हिस्सा पतला और निचला हिस्सा मोटा होता है, ऐसे हाथों को कलापूर्ण हाथ कहा जाता है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, ऐसे लोग जीवन में बहुत धन कमाते हैं। लेकिन साथ ही इनकी कार्य को बीच में अधूरा छोड़ने की आदत होती है।
छोटे आकार की हथेली
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों की हथेली छोटी होती है वह बहुत सुखी जीवन जीते हैं। ये साफ मन वाले होते हैं। कहा जाता है कि ऐसे लोगों को भक्ति और भजन आदि करना बेहद पसंद होता है। इन्हें नई-नई चीजें सीखना पसंद होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. dainikpahuna.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.)