छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला है। दरअसल, सुकमा के घोर नक्सल प्रभावित इलाका एलमागुंडा जहां ना तो आवागमन के लिए कोई साधन और ना ही स्वास्थ्य सुविधाएं। ये इलाके सरकार की पहुंच से दूर है, लेकिन वहां कैंप स्थापित है। वहां एक महिला बीमार बच्चे को लेकर पहुंची और मदद मांगी जिसके बाद जवानों ने तत्काल एंबुलेंस की व्यवस्था की और मरीज को नजदीक के अस्पताल में भेजा।
एलमागुंडा जहां कुछ ही महीने पहले नवीन कैंप स्थापित किया गया ये इलाका नक्सलियों का गढ़ है। लेकिन यहां पर कैंप खुलने के बाद ग्रामीणों का भरोसा बढ़ रहा है। यहां आज सुबह गांव की एक महिला अपने बच्चे को लेकर कैंप के नजदीक पहुंची और जवानों से स्थानीय भाषा में बच्चे की तबीयत खराब होना बताया। जिसके बाद जवानों ने तत्काल एंबुलेंस की व्यवस्था की और बच्चे को बेहतर इलाज के लिए नजदीक असप्ताल में भेजा गया। गौरतलब है जिले के अंदरूनी इलाके जहां कैंप खोले गए है, पहले वहां विरोध होता था लेकिन अब धीरे-धीरे ग्रामीण जवानों के पास पहुंच रहे हैं।