रायपुर। विधायक धर्मजीत सिंह को जेसीसीजे से निकाले जाने के बाद प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के निष्कासित विधायक धर्मजीत सिंह ने अपने ऊपर लगाए आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने सोमवार को प्रेसवार्ता में कहा, मुझे निष्कासित करना पार्टी के अंदर कुकृत्य को छिपाना है. धर्मजीत ने अपने उपर हमले की आशंका जताते हुए कहा कि मेरी हत्या की साजिश भी हो सकती है.
भाजपा में जाने के सवाल पर धर्मजीत सिंह ने कहा, मैं कहीं न कहीं जरूर जाऊंगा. मैं भाजपा में भी जा सकता हूं. डॉ. रमन सिंह मेरे अच्छे मित्र हैं. बातचीत होती रहती है. मैं आदिवासी क्षेत्र से आने वाला विधायक हूं. 1998 से मैं विधायक हूं और बैगा आदिवासी क्षेत्र आता हूं. वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के विधायक प्रमोद शर्मा ने कहा- मुझे भी अब निष्कासित कर दें. अमित जोगी बहुत वाहियात इंसान हैं.
विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा, 28 अगस्त 2022 को अमित जोगी सागौन बंगले में आराम कर रहे थे. अमित जोगी ने मेरी पत्नी को फोन कर बदतमीजी की. मेरी पत्नी को गंदे शब्दों में बात की. मुझसे भी गंदे शब्दों में बात की. अमित जोगी की जितनी उम्र है, उससे ज्यादा समय से राजनीति कर रहा हूं. अमित शाह के कार्यक्रम में जाने पर अगर अमित जोगी को पीड़ा हुई तो मुझसे बात करनी थी. आम दर्शक के तौर पर मैं अमित शाह के कार्यक्रम में गया था. राजनीति में शुचिता न हो तो यह बर्दाश्त नहीं करूंगा.
धर्मजीत ने कहा, सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता. 12 बजकर 53 मिनट में मेरी पत्नी से फोन पर दुव्र्यवहार किया. 1.50 को मुझे वाट्सएप किया और अमित जोगी ने लिखा- अमित शाह से आपने पार्टी को विलय करने का प्रस्ताव दिया. मैं ऐसे व्यक्ति को पार्टी से बर्खास्त करता हूं. 8 सिंतबर को फिर मैसेज किया और अमित जोगी ने पूर्व के मैसेज और फोन के लिए माफी मांगी. बाद में डॉ. रेणु जोगी का मैसेज आया. रेणु जोगी ने लिखा- मैं अमित जोगी के दुव्र्यवहार के लिए माफी मांगती हूं. धर्मजीत ने कहा कि मैं अमित जोगी का बंधवा मजदूर नहीं हूं. मैं अजीत जोगी और रेणु जोगी का सम्मान करता हूं. आज भी करता हूं, लेकिन अमित जोगी का कृत्य माफी योग्य नहीं है.