स्पोर्ट्स डेस्क. वेस्टइंडीज खिलाड़ियों और वहां के क्रिकेट बोर्ड (West Indies Cricket Board) में अनबन की खबरें आम बात है. लेकिन, इस बार मामला कुछ अलग है. वेस्टइंडीज (West Indies cricket team) को दो बार टी20 विश्व कप चैम्पियन (T20 world champion) बनाने वाले बल्लेबाज मार्लन सैमुअल्स (Marlon Samuels) इस समय चर्चा का विषय बने हुए हैं. उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में सभी क्रिकेट से बैन कर दिया गया है. उन्हें स्वतंत्र भ्रष्टाचार निरोधक न्यायाधिकरण ने अमीरात क्रिकेट बोर्ड के एंटी करप्शन संहिता का उल्लंघन का दोषी पाया है. सैमुअल्स पर आरोप साबित होने के बाद एक बार फिर से वेस्टइंडीज क्रिकेट को दुनिया भर में शर्मिंदा होना पड़ा है.
बता दें कि, वेस्टइंडीज ने 2012 और 2016 में टी20 विश्व कप जीता था. सैमुअल्स दोनों विश्व कप के फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे और इस उपलब्धि को हासिल करने वाले वह पहले खिलाड़ी थे. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के अनुसार सैमुअल्स पर यह बैन 11 नवंबर 2023 से मान्य होगा. उन्हें चार अपराधों में दोषी पाया गया है. उन पर अगस्त में यह आरोप लगे थे. सैमुअल्स वर्ष 2019 में कर्नाटक टस्कर्स की तरफ से अबू धाबी टी10 में खेले गए थे. उन्हें आर्टिकल 2.4.2, आर्टिकल 2.4.3, आर्टिकल 2.4.6 और आर्टिकल 2.4.7 का दोषी पाया गया है.
आईसीसी इंटिग्रिटी यूनिट के हेड एलेक्स मार्शल का कहना है कि सैमुअल्स ने करीब 20 वर्षों तक क्रिकेट खेला. अपने लंबे करियर में वह कई एंटी करप्शन सेशन में शामिल हुए. उन्हें इस बारे में अच्छे से पता है कि एंटी करप्शन कोड में क्या-क्या चीजें होती है? हालांकि उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन जब ये अपराध हुए तब वो इसमें शामिल थे. उन पर लगा बैन उन खिलाड़ियों के लिए संदेश है, जो इस अपराध के बारे में सोचते हैं. 42 वर्षीय सैमुअल्स ने वर्ष 2020 में खेल को अलविदा कहने से पहले क्रिकेट के सभी प्रारूप में वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व किया था. उनपर सितंबर 2021 में केस दर्ज किया गया था. तमाम सुनवाई के बाद उन्हें इस वर्ष अगस्त में दोषी पाया गया.