इन तिथियों पर शरीर पर गिरे छिपकली तो मिलता है शुभ फल

Lizard Falling on Body in Hindi: ज्‍योतिष और शकुन शास्‍त्र में छिपकली से जुड़े महत्‍वपूर्ण संकेत बताए गए हैं. छिपकली से भयभीत होना स्वाभाविक है क्योंकि कुछ लोग तो छिपकली को देख कर इतना अधिक डर जाते हैं कि वह मकान के उस हिस्से में जाने से ही डरने लगते हैं. हों भी क्यों न, उन्हें लगता है कि अपनी जीभ को बाहर निकाल कर मच्छर खाने वाली छिपकली के शरीर में जहर होता है. यही कारण है कि वह छिपकली का स्पर्श तो दूर उसे देख कर ही डरते हैं. अब यदि वहीं छिपकली उनके शरीर के किसी अंग पर गिरे तो फिर कल्पना की जा सकती है कि उस व्यक्ति की क्या स्थिति होगी.

महिला-पुरुष के लिए अलग संकेत 

छिपकली गिरने की स्थिति में सामान्य सिद्धांत है कि पुरुषों के बाएं एवं महिलाओं के दाहिने अंग में गिरना अशुभ होता है. वहीं इससे उलट पुरुषों के दाहिने तथा महिलाएं के बाएं अंग में छिपकली का गिरना सामान्यतः शुभ माना जाता है. इसी तरह महिला हो या पुरुष दोनों के पेट, नाभि, छाती और दाढ़ी को छोड़कर उसके ऊपर मस्तक के किसी भी भाग में छिपकली गिरे तो दोनों के लिए फल शुभ ही होता है. शरीर के दाहिनी तरफ से चढ़ कर बायीं तरफ छिपकली के उतर जाने पर भी दोष नहीं माना जाता है.

इन मौकों पर छिपकली गिरना शुभ 

प्रतिपदा से लेकर षष्ठी, एकादशी और द्वादशी की तिथि में छिपकली का शरीर पर गिरना शुभ माना जाता है. इसी तरह सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को छिपकली का गिरना भी शुभ होता है. नक्षत्रों में अश्विनी, रोहिणी, पुनर्वसु, पुष्य, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाती, अनुराधा, मूल, धनिष्ठा, शतभिषा और रेवती नक्षत्र में छिपकली का गिरना शुभ फल देने वाला होता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. dainikpahuna.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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