Nag Tibba: बहुत से ऐसे युवा हैं, जिनके लिए यात्रा का उद्देश्य एडवेंचर ही होता है. अगर आपको ट्रैकिंग व साहसिक गतिविधियों में रुचि है, तो घने जंगलों से घिरी और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर नागटिब्बा जाना आपके लिए रोमांचक हो सकता है. यह टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित एक पहाड़ी चोटी है, जो खास ट्रैकर्स के लिए लोकप्रिय है. यहां से हिमालय को निहारना आपको अद्भुत अनुभव दे सकता है. यह रास्ता शहरी हलचल से बहुत दूर हरे-भरे घास के मैदानों, घने जंगलों और चट्टानी इलाकों से होकर गुजरता है, जहां से आपको कई शानदार दृश्य देखने के लिए मिल जाते हैं.
बता दें, इस क्षेत्र में नाग देवता का एक प्रसिद्ध मंदिर है, जो स्थानीय लोगों के लिए श्रद्धा का केंद्र है. लोग मानते हैं कि नाग देवता उनके मवेशियों की रक्षा करते हैं. नाग टिब्बा को स्थानीय लोग “झंडी” भी कहते हैं, और यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त के अद्भुत नजारे देखने को मिलते हैं. सर्दियों में यहां बर्फबारी भी होती है, और यहां से गढ़वाल क्षेत्र की बर्फ से ढकी ऊंचे-उंचे पहाड़ों का मनोरम दृश्य देखने से काफी सुकून महसूस होता है. कैम्पिंग करना चाहते हैं, तो हिमालय में तारों के नीचे यहां कैम्पिंग करने का अवसर एक अनोखा और यादगार अनुभव दे सकता है.
नाग देवता के मंदिर से नाग टिब्बा लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर है, जिसका ट्रैक थोड़ा चढ़ाई वाला है. यह मार्ग पहाड़ी की धार से होकर गुजरता है. लगभग डेढ़ घंटे की ट्रैकिंग के बाद, आप नाग टिब्बा की चोटी पर पहुँच सकते हैं, जिसकी ऊँचाई लगभग 3020 मीटर है. यहाँ से हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों का नजारा अद्भुत होता है.
किस मौसम में नागटिब्बा जाना होगा अच्छा
वैसे तो नागटिब्बा ट्रैक करने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून तक है, लेकिन जो लोग स्नो फॉल या स्नो ट्रैकिंग का अनुभव लेना चाहते हैं, वे अक्तूबर से दिसंबर तक यहां जा सकते हैं. सर्दियों के दौरान बर्फबारी एक अलग रोमांच देगा. इस समय अपने साथ गर्म कपड़े रखें.
कैसे पहुंचें नागटिब्बा (How to Reach Nag Tibba)
नागटिब्बा मसूरी से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पंतवारी बेस कैंप से 10 किलोमीटर की पैदल दूरी पर है. तो अगर आप यहां आना चाहते हैं, तो आपको देहरादून या मसूरी रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा.
बता दें, स्टेशन से नाग टिब्बा तक पहुंचने के लिए दो प्रमुख रास्ते हैं. एक देवलसारी गांव से और दूसरा पंतवारी गांव से. पंतवारी के लिए विकासनगर-यमुनोत्री मार्ग का उपयोग करना होगा, जबकि देवलसारी के लिए मसूरी-धनौल्टी रोड से जाना उचित है.
देवलसारी में रुकने के लिए वन विभाग का रेस्ट हॉउस है. यहां से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर नागटिब्बा स्थित है. देवलसारी की ओर से ट्रैकिंग के लिए मसूरी वन विभाग से अनुमति लेनी होती है. जबकि पंतवारी के लिए किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है.