अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की 93वीं जयंती पर उन्हें याद किया और कहा कि उन्हें खुशी है कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में उनकी स्मृति में एक चौक का नामकरण किया गया है। लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के यहां हुआ था।
मोदी ने कहा, ”लता दीदी की जयंती पर आज उन्हें याद कर रहा हूं। याद करने को बहुत कुछ है… कई ऐसे संवाद हैं जिनमें उन्होंने मुझ पर अपना प्यार बरसाया।” उन्होंने सुबह किए गए एक ट्वीट में कहा, ”मुझे खुशी है कि आज उनकी स्मृति में अयोध्या में एक चौक का नामकरण किया जाएगा। देश की महान हस्तियों में एक लता दीदी को यह उचित श्रद्धांजलि होगी।” ”भारत रत्न” लता ने अपनी आवाज और अपनी सुर साधना से बहुत छोटी उम्र में ही गायन में महारत हासिल की और विभिन्न भाषाओं में गीत गाए। पिछली पीढ़ी ने जहां लता की शोख और रूमानी आवाज का लुत्फ उठाया, वहीं मौजूदा पीढ़ी उनकी समन्दर की तरह ठहरी हुई परिपक्व गायकी को सुनते हुए बड़ी हुई है।|
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी की मौजूदगी में अयोध्या में लता मंगेशकर के नाम पर विकसित चौक का उद्घाटन किया। अयोध्या में सरयू नदी के किनारे पर स्थित लता मंगेशकर चौराहे को 7.9 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। इस चौराहे पर 14 टन वजन की 40 फीट लंबी और 12 मीटर ऊंची वीणा स्थापित की गई है।