नई दिल्ली. पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के दौरान इतिहास रच दिया. अपने आखिरी लीग मैच में हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से मात दी. 52 साल बाद भारत ने अपने राष्ट्रीय खेल हॉकी में ऑस्ट्रेलियाई टीम को ओलंपिक टूर्नामेंट के दौरान मात दी है. करीब पांच दशक तक इस टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत पर अजेयी बढ़त बना रखी थी. भारत के धुरंधरों ने आधी सदी बाद हार के सिलसिले को खत्म कर दिया है.
भारत ने आखिरी बार 1972 जर्मनी के म्युनिख में हुए ओलंपिक में ऑस्ट्रेलियाई हॉकी टीम को मात दी थी। तब भारत ने मुकाबले को 3-1 से अपने नाम किया था. भारत की तरफ से सभी गोल मुखबेन सिंह ने किए थे. उस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने बॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. जर्मनी ने गोल्ड और पाकिस्तान ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया था. आखिरी बार भारत ने सिडनी ओलंपिक 2000 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेला था. टोक्यो ओलंपिक 2020 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पूल चरण में 7-1 से मात दी थी.
क्वार्टर-फाइनल में भारत…
अब 4 अगस्त को भारतीय टीम ए ग्रुप की तीसरे स्थान की टीम से क्वार्टर फाइनल मैच खेलेगी. अभी इस टीम का नाम तय नहीं हुआ है. ब्रिटेन और जर्मनी से यह मैच संभव है. आज के मैच की बात की जाए तो हरमनप्रीत सिंह के दो गोल. साथ ही पी आर श्रीजेश की अद्भुत गोलकीपिंग के दम पर भारत टीम ने कई मौकों पर अपने गोल भी बचाए। भारत के लिये अभिषेक ने 12वें, हरमनप्रीत ने 13वें और 32वें मिनट में गोल किये. ऑस्ट्रेलिया के लिये क्रेग थॉमस ने 25वें और ब्लैक गोवर्स ने 55वें मिनट में गोल दागा.