भारत ने रविवार को थॉमस कप (Thomas Cup) बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में 14 बार के चैंपियन इंडोनेशिया को हरा दिया है. गत चैंपियन इंडोनेशिया का इस टूर्नामेंट में रिकॉर्ड शानदार रहा था और टीम मौजूदा टूर्नामेंट में अब तक अजेय रही थी. भारतीय पुरुष टीम (Team India Badminton) ने मलेशिया और डेनमार्क जैसी टीम को हराकर पहली बार फाइनल में जगह बनाई थी और फाइनल में इंडोनेशिया को हराकर इतिहास रच दिया.
पहली बार जीता थॉमस कप
टीम इंडिया (Team India Badminton) ने फाइनल में इंडोनेशिया को 3-0 से हराया. फाइनल के पहले मैच में लक्ष्य सेन ने एंथोनी सिनिसुका को 8-21, 21-17, 21-16 से हराया. दूसरा मुकाबला डबल्स का खेला गया इसमें सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने 18-21, 23-21, 21-19 से हराया. वहीं तीसरा मैच सिंगल्स खेला गया, इसमें किदांबी श्रीकांत ने जोनातन क्रिस्टी को 21-15, 23-21 से हराकर भारत को पहली बार थॉमस कप (Thomas Cup) में गोल्ड मेडल दिलाया.
फाइनल मैच में भारतीय टीम
सिंगल्स: लक्ष्य सेन, किदांबी श्रीकांत, एचएस प्रणय, प्रियांशु राजावती, डबल्स: सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी, विष्णुवर्धन गौड़ पंजाला-कृष्ण प्रसाद गारगा, एमआर अर्जुन-ध्रुव कपिला.
1979 से था फैंस का इंतजार
भारतीय टीम 1979 के बाद से कभी भी सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी थी. लेकिन उसने जुझारू जज्बा दिखाते हुए 2016 के चैम्पियन डेनमार्क को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी और इस मैच में इतिहास रचते हुए पहली बार खिताब भी जीता. भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाकर 43 साल के इंतजार को खत्म किया था.