‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत भारत ने अब तक सूडान से न‍िकाले 500 नागर‍िक

Operation Kaveri: सूडान में सेना और अर्धसैन‍िक बलों के बीच चल रहे संघर्ष में साढ़े तीन हजार से ज्‍यादा भारतीय नागर‍िक भी फंसे हैं. इन सभी को न‍िकालने के ल‍िए भारत सरकार ने ऑपरेशन कावेरी को अंजाम द‍िया है. ऑपरेशन कावेरी के तहत अब तक 500 से ज्‍यादा भार‍तीयों को सूडान पोर्ट से जेद्दा पहुंचाया जा चुका है. तीन अलग-अलग जत्‍थों में इन सभी भारतीय नागर‍िकों को जेद्दा पोर्ट और एयरपोर्ट पहुंचाया गया है. इन सभी को वहां से न‍िकालने का स‍िलस‍िला जारी है. IAF C-130J विमान 148 नागर‍िकों के दूसरे जत्‍थे को लेकर जेद्दा एयरपोर्ट पहुंचा था. बुधवार को 135 नागर‍िकों का तीसरा जत्था संकटग्रस्त सूडान से रवाना हो गया है.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताब‍िक विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने निकाले गए 148 भारतीयों के दूसरे जत्थे की अगवानी की. IAF C-130J बुधवार को जेद्दा एयरपोर्ट पहुंचा. इससे पहले नौसैनिक पोत आईएनएस सुमेधा 278 यात्रियों को लेकर जेद्दा बंदरगाह पहुंचा था.

विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया क‍ि ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान में फंसे नागर‍िकों को न‍िकालने का काम क‍िया जा रहा है. दूसरी IAF C-130J फ्लाइट पोर्ट सूडान से जेद्दाह के लिए रवाना हुई, जिसमें 135 यात्री सवार थे. ऑपरेशन कावेरी के तहत निकाले गए लोगों का यह तीसरा जत्था है.

हालांकि, विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि दूसरे बैच में 121 की जगह 148 भारतीयों को निकाला गया है. विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट किया क‍ि सूडान बंदरगाह से ऑपरेशन कावेरी के तहत पहला IAF C-130J विमान 148 भारतीयों को लेकर जेद्दा पहुंचा. मंगलवार को विदेश राज्य मंत्री ने इंटरनेशनल इंडियन स्कूल, जेद्दा में ट्रांसिट सुविधा का निरीक्षण भी किया, जहां सूडान से निकाले गए भारतीयों को भारत आने से पहले रखा जाएगा.

इस बीच सूडान से अब तक 500 भारतीय नागर‍िकों को न‍िकालकर जेद्दा एयरपोर्ट पर पहुंचा द‍िया है. अभी बाकी नागर‍िकों को वहां से न‍िकालने का काम क‍िया जा रहा है.

मंगलवार को भारत के व‍िदेश मंत्रालय के आध‍िकार‍िक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर जानकारी दी गई क‍ि आईएनएस सुमेधा से 278 लोगों को सूडान पोर्ट से जेद्दाह के ल‍िए रवाना कर द‍िया गया है. यह सभी भारतीय सूडान में फंसे हुए थे.

उधर, सूडान संघर्ष के गुटों ने अमेरिका और सऊदी अरब द्वारा मध्यस्थता के बाद सोमवार को 72 घंटे के युद्धविराम के लिए सहमति जताई थी. इसके बाद से कई देश यहां फंसे अपने नागरिकों को निकालने में लग गए हैं. भारत ऑपरेशन कावेरी के तहत इन सभी को बाहर न‍िकालने में जुटा है.

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