भारत ने अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है. इस मिसाइल के टेस्टिंग, चीन और पाकिस्तान समेत उन तमाम देशों के लिए खतरे की घंटी है जो भारत से 5000 किलोमीटर की दूरी तक में सिमटे हैं. परमाणु क्षमता से लैस ये मिसाइल की मारक क्षमता 5 हजार किलोमीटर है. टेस्टिंग के दौरान इस मिसाइल ने 5500 किलोमीटर की दूरी तय की और टारगेट को ध्वस्त कर दिया. डीआरडीओ और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा तैयार की गई इस मिसाइल की जद में एशिया के सभी देश, यूक्रेन, रूस, जापान, इंडोनेशिया और यूरोप के कुछ हिस्से आएंगे. यानी ये आधी दुनिया पर निशाना साधने में सक्षम है.
अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल अभी तक के सभी अग्नि मिसाइल्स के मुकाबले हल्की है. इसका वजन 50 हजार किलोग्राम है. गोलाई में इसका आकार (व्यास) 6.7 फीट है. वहीं, इसकी लंबाई 17.5 मीटर यानी 57.4 फीट है. ये मिसाइल आवाज की रफ्तार से 24 गुना ज्यादा तेजी से मार कर सकता है. इसकी रफ्तार 29,401 किलोमीटर प्रतिघंटा है.
परमाणु हथियार से अटैक करने में सक्षम ये मिसाइल अपने साथ 1500 किलो का परमाणु हथियार ले जा सकता है. इसे ट्रक की मदद से किसी भी स्थान पर पहुंचाया जा सकता है. इसे मोबाइल लॉन्चर से ऑपरेट किया जा सकता है. इसकी तकनीक इसे और खास बनाती है. ये एक बार में कई अलग-अलग टारगेट को ध्वस्त कर पाने में सक्षम है.
इस मिसाइल को ओडिशा के बालासोर तट पर मौजूद अब्दुल कलाम टेस्टिंग सेंटर पर टेस्ट किया गया. इस मिसाइल में रेंज बढ़ाने की तकनीक भी लगाई गई है. सिर्फ चीन की बात करें तो ये चीन के बीजिंग, हांगकांग, ग्वांगझाउ और शंघाई तक मार कर सकती है. ये मिसाइल सिस्टम अभी तक पाकिस्तान के पास नहीं है.
ये मिसाइल प्रणाली चीन, रूस, नॉर्थ कोरिया, अमेरिका और फ्रांस के पास ही है. भारत इसके बाद अग्नि-6 मिसाइल की तैयारी में है, जिसकी मारक क्षमता 12000 किलोमीटर तक हो सकती है. हालांकि, इसकी टेस्टिंग कब तक होगी, इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिल पाई है.