इंडियन बैंक के ग्राहकों को, FD पर मिलेगा ज्यादा ब्याज, चेक करें नई दरें

 

नई दिल्ली. आरबीआई की ओर से रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद बैंकों ने भी ब्‍याज दरों में इजाफा शुरू कर दिया है. लोन पर ब्याज दर बढ़ने के अलावा बैंक जमा पर भी ब्याज दरों में इजाफा होने लगा है. वहीं, पब्लिक सेक्टर के इंडियन बैंक (Indian Bank) के ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है. बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी (FD) पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है.

29 अक्टूबर, 2022 से नई दरें प्रभावी
इंडियन बैंक की नई ब्याज दरें 2 करोड़ रुपये से कम एफडी पर लागू होंगी. बैंक की नई ब्याज दरें 29 अक्टूबर, 2022 से प्रभावी हो चुकी हैं. बदलाव के बाद, बैंक ने 1 वर्ष से 5 वर्ष या उससे अधिक अवधि में मैच्योर होने वाली जमाराशियों पर ब्याज दरों में 90 बीपीएस तक की वृद्धि की. इंडियन बैंक अब 7 दिनों से लेकर 5 वर्षों से ज्यादा में मैच्योर होने वाली जमाराशियों पर 2.80% से 6.30% ब्याज दरों की पेशकश कर रहा है. 2 साल से लेकर 3 साल से कम समय में मैच्योर होने वाली जमाओं पर अब इंडियन बैंक में अधिकतम 6.50% ब्याज दर प्राप्त होगी.

इंडियन बैंक की ब्याज दरें
7 से 14 दिन- 2.80 फीसदी
15 से 29 दिन- 2.80 फीसदी
30 से 45 दिन- 3.00 फीसदी
46 से 90 दिन- 3.25 फीसदी
91 से 120 दिन- 3.50 फीसदी
121 से 180 दिन- 3.85 फीसदी
181 दिन से 9 महीने से कम- 4.50 फीसदी
9 महीने से 1 साल से कम- 4.75 फीसदी
1 साल- 6.10 फीसदी
1 साल से ज्यादा 2 साल से कम- 6.30 फीसदी
2 साल से 3 साल से कम- 6.50 फीसदी
3 साल से 5 साल से कम- 6.40 फीसदी
5 साल- 6.40 फीसदी
5 साल से ज्यादा- 6.30 फीसदी

RBI ने रेपो रेट 0.5 फीसदी बढ़ाकर 5.9 फीसदी की
हाल ही में आरबीआई ने रेपो रेट 0.5 फीसदी बढ़ाकर 5.9 फीसदी कर दी थी. यह इसका 3 साल का उच्चस्तर है. खुदरा महंगाई को काबू में लाने और विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों के ब्याज दर में आक्रामक वृद्धि से उत्पन्न दबाव से निपटने के लिए आरबीआई ने यह कदम उठाया है. इससे पहले, मई में 0.40 फीसदी वृद्धि के बाद जून और अगस्त में 0.50-0.50 फीसदी की वृद्धि की गई थी. कुल मिलाकर मई से अब तक आरबीआई रेपो रेट में 1.90 फीसदी की वृद्धि कर चुका है.

FD दरों को बढ़ा चुके हैं कई बैंक
बता दें कि हाल ही में आरबीएल बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, सीएसबी बैंक लिमिटेड, कोटक महिंद्रा बैंक, केनरा बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक आदि भी अपनी-अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट दरों को बढ़ा चुके हैं. दरों में बढ़ोतरी का ये सिलसिला आरबीआई के द्वारा रेपो रेट्स में बढ़ोतरी के बाद शुरू हुआ है.

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