उन्होंने कहा कि इस फैसले से मेरा पूरा देश दुखी है, पूरा कुश्ती संघ दुखी है. इस दुख को व्यक्त नहीं किया जा सकता है. लेकिन नियम का पालन करना हमारा धर्म और कर्तव्य दोनों है. नियम से चलने पर हमें फैसला स्वीकार करना है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में गोल्ड आते-आते रह गया. तो जब देश का हर व्यक्ति इतना दुखी है तो वो बिटिया कितना दुखी होगी.
विनेश के सन्यास लेने के फैसले पर संजय ने कहा कि इस पर उनसे चर्चा करेंगे और पुनर्विचार करने के लिए कहा जाएगा. बाकी आगे जो कानून के हिसाब से होगा वो देखा जाएगा.
ये था पूरा मामला
बता दें कि रेसलर विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में फाइनल मैच खेलने से पहले डिस्क्वालिफाई हो गई थीं. निर्धारित वजन से 100 ग्राम ज्यादा वेट होने से वे खेल से बाहर हो गईं थी.
इसके बाद उन्होंने पहले गोल्ड मेडल मैच खेलने की अपील दायर की थी. जिसे सीएएस ने उसी समय खारिज कर दिया था. विनेश की जगह उनसे सेमीफाइनल मैच हारने वाली महिला खिलाड़ी फाइनल में उतरी थीं. इसके बाद विनेश ने संयुक्त सिल्वर देने की मांग की थी. जिससका फैसला 13 अगस्त को आना था. हालांकि फैसले को टाल दिया गया. बुधवार को सीएएस ने विनेश फोगाट के खिलाफ फैसला सुनाया. जिसमें कोर्ट ऑफ एट्रिब्यूशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के खिलाफ विनेश की अपील को खारिज कर दिया है. यानी अब उन्हें सिल्वर मेडल नहीं मिलेगा.