AI में भारत का बढ़ता प्रभुत्व
IMC 2024 में यह साफ झलकता है कि भारतीय युवा पेशेवर और कंपनियां AI तकनीक को तेजी से अपना रही हैं. IMC के सीईओ रामकृष्ण पी ने कहा कि भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था, 140 करोड़ की जनसंख्या जिसमें बड़ी संख्या युवा हैं, और टेक्नोलॉजी-आधारित शिक्षा के विस्तार ने भारत को AI में वैश्विक लीडर बनने के लिए तैयार कर दिया है. AI का प्रभाव अब रोजमर्रा के जीवन में भी गहराई से महसूस किया जा रहा है, खासकर संचार कंपनियों द्वारा इसे तेजी से अपनाने के कारण.
संचार सेवाओं में AI का उपयोग
AI की मदद से भारतीय दूरसंचार कंपनियां अपनी सेवाओं को बेहतर बना रही हैं. Airtel ने स्पैम कॉल और मैसेज रोकने के लिए AI आधारित समाधान पेश किया, जिससे ग्राहकों को अनचाहे कॉल्स से राहत मिलेगी.
Vodafone Idea ने हाई-स्पीड नेटवर्क पर रीयल-टाइम डायग्नोस्टिक रिपोर्ट्स भेजने का प्रदर्शन किया. इस तकनीक से दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले मरीज वीडियो कॉल के माध्यम से डॉक्टरों से जुड़ सकेंगे और उन्हें सटीक स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी.
स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में AI के योगदान
AI आधारित तकनीकों का उपयोग सिर्फ संचार क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है. एक स्टार्टअप ने 250 रुपये से कम में वाइटल और ब्लड स्क्रीनिंग जैसी 30 से अधिक मेडिकल जांच सेवाओं की पेशकश की. वहीं एक अन्य स्टार्टअप ने एआई-इनेबल्ड मार्केटिंग बॉट्स पेश किए, जो मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों को हल करने में मदद करेंगे. कुछ स्टार्टअप्स ने नशामुक्ति कार्यक्रमों के लिए AI-आधारित समाधान विकसित किए हैं, जिससे व्यसनों से पीड़ित लोगों को सहायता मिल सकेगी.
सेमीकंडक्टर क्षेत्र में AI का विस्तार
फैबलेस सेमीकंडक्टर उद्योग की प्रमुख कंपनी MediaTek ने भारत में एआई-बेस्ड किफायती चिपसेट लॉन्च करने की घोषणा की. कंपनी का कहना है कि भारत उसके लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है, और वह यहां स्मार्टफोन, लैपटॉप और अन्य उपकरणों के लिए AI-सक्षम हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर तैयार करने पर फोकस कर रही है.
IMC 2024 ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत न केवल आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि तेजी से वैश्विक लीडर बनने की राह पर भी है. AI की बढ़ती स्वीकार्यता और उसके अनुप्रयोगों का प्रसार न केवल लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा बल्कि भारतीय तकनीकी उद्योग की साख भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करेगा.