इटली ने विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को दिया सम्मान ,याद में बनाया गया स्मारक

नई दिल्ली. द्वितीय विश्वयुद्ध (2nd World War) में इतालवी अभियान के दौरान लड़ने वाले भारतीय सैनिकों (Indian Soldiers) के योगदान को श्रद्धांजलि के रूप में इटली में एक स्मारक (Memorial) का अनावरण किया गया है. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. रक्षा मंत्रालय ने यहां एक बयान में कहा कि स्मारक एक सजीव धूप घड़ी के रूप में है और इस स्मारक का आदर्श वाक्य है- ‘हम सब एक सूर्य के तले हैं.’ बयान में कहा गया है कि ‘भारतीय सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए इतालवी सैन्य इतिहासकारों ने मोंटोन में ‘विक्टोरिया क्रॉस यशवंत घाडगे धूप घड़ी स्मारक’ का अनावरण द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इतालवी अभियान के दौरान लड़ने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि के रूप में किया.’

नायक यशवंत घाडगे ऊपरी तिबर घाटी की ऊंचाइयों पर लड़ते हुए शहीद हो गये थे. इटली में भारत की राजदूत नीना मल्होत्रा और भारतीय रक्षा अताशे ने समारोह के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व किया. मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इतालवी अभियान में केंद्रीय भूमिका निभाई, जिसमें चौथी, 8वीं और 10वीं डिविजन के 50,000 से अधिक भारतीय सेना के सैनिक शामिल थे. इटली में विक्टोरिया क्रास से नवाजे गये 20 लोगों में छह भारतीय सैनिक हैं. कुल 23722 भारतीय सैनिक हताहत हुए, जिनमें से 5782 ने सर्वोच्च बलिदान दिया.

इसे एक सहभागी पहल बनाने के लिए स्मारक पर इतालवी अभियान में सेवा देने वाले भारतीय सेना के सभी रैंकों के वीरतापूर्ण बलिदान का सम्मान करते हुए भारतीय सेना की एक पट्टिका लगाई गई है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इतालवी अभियान के दौरान किए गए योगदान का सम्मान करते हुए इस स्मारक का समर्पण इस बात का प्रमाण है कि इटली द्वितीय विश्व युद्ध के इतालवी अभियान के दौरान भारतीय सैन्य कर्मियों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान और योगदान को बहुत महत्व देता है.

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