नई दिल्ली।इंजीनियरिंग में दाखिले से जुड़ी संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मुख्य परीक्षा के पहले सत्र का रिजल्ट घोषित हो गया है। यह परीक्षा 24 जनवरी से एक फरवरी 2023 के बीच आयोजित की थी। यह परीक्षा कई मामलों में अब तक आयोजित परीक्षाओं से अलग है, क्योंकि इसके पहले सत्र में ही 20 छात्रों ने परफेक्ट 100 परसेंटाइल हासिल किया है। जो अपने आप में एक रिकार्ड है।
24 छात्रों ने हासिल की 100 परसेंटाइल
पिछले साल जेईई मेन के दोनों सत्रों में 24 छात्रों ने परफेक्ट 100 परसेंटाइल हासिल किया था। इसके साथ ही इस परीक्षा का रिजल्ट सबसे कम समय में यानी सिर्फ पांच दिनों में जारी दिया गया, जबकि इससे पहले परीक्षा खत्म होने के कम से कम दस-बारह दिन बाद ही रिजल्ट आता था। इसके साथ ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने अप्रैल में प्रस्तावित दूसरे सत्र के लिए भी रजिस्ट्रेशन की तैयारी शुरू कर दी है। जो अगले एक-दो दिनों में शुरू हो सकती है।
नौ लाख से ज्यादा छात्रों ने कराया था रजिस्ट्रेशन
एनटीए के मुताबिक शत-प्रतिशत स्कोर हासिल करने वाले 20 छात्रों में 12 सामान्य वर्ग है, जबकि चार ओबीसी व एक-एक ईडब्लूएस और एससी वर्ग के है। देश के 270 और विदेश के 17 शहरों के 574 केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा में शामिल होने के लिए वैसे तो 9.06 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराए थे, लेकिन इनमें से 8.23 लाख छात्रों ने ही परीक्षा दी थी। जो जेईई मेन की अब तक की परीक्षाओं में सबसे अच्छी उपस्थिति रही है। इस दौरान पुरुषों के साथ परीक्षा में शामिल होने वाली महिला अभ्यर्थियों की भी अच्छी खासी संख्या रही है।
एनटीए के मुताबिक जेईई मेन के कुल 9.06 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराए थे, इनमें से 2.56 लाख महिलाएं भी थी। गौरतलब है कि जेईई मेन में छात्रों की भागीदारी बढ़ाने के लिए यह परीक्षा 13 प्रमुख भाषाओं में आयोजित कराई जाती है। जो कंप्यूटर आधारित होती है। इस परीक्षा के लिए दूसरे देशों के जिन प्रमुख शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, उनमें वाशिंगटन डीसी, बैंकाक, मास्को, जकार्ता, कोलंबो, दुबई, दोहा, सिंगापुर और काठमांडू जैसे करीब 17 शहर शामिल है।
100 परसेंटाइल हासिल करने वाले छात्र
अभिजीत मजेटी, अमोघ जालान, अपूर्व समोटा, आशीष स्टेन्नी, बिक्किना अभिनव चौधरी, देशांक प्रताप ¨सह, ध्रुव संजय जैन, ध्यानेश हेमेंद्र शिंदे, डुग्गीनेनी वेंकट युगेश, गुलशल कुमार, गुथीकोंडा अभिराम, कौशल विजयवर्गीय, कृश गुप्ता, मयंक सोनी, एन के विश्वजीथ, निपुन गोयल, ऋषि कालरा, सोहम दास, सुथर हरशुल संजयभाई और वावीलाल चिंदविलास रेड्डी।
दोनों सत्रों में जिसमें उम्दा प्रदर्शन, उसके आधार पर बनेगी रैंक
एनटीए के मुताबिक जेईई मेन की परीक्षा दो सत्रों में आयोजित होती है। दोनों सत्रों में जिसमें भी छात्रों का सबसे ज्यादा स्कोर होगा, उसके आधार पर ही रैंक का निर्धारण होगा। ऐसे में जिन छात्रों ने पहले सत्र में कम स्कोर किया है, उनके लिए अप्रैल में आयोजित होन वाले दूसरे सत्र में अपने प्रदर्शन को सुधारने का एक बड़ा मौका है। वैसे भी अप्रैल में होने वाली दूसरे सत्र की परीक्षा के बाद दोनों सत्रों को मिलाकर रैंक और जेईई एडवांस का कटआफ तय होगा।