रायपुर. एक लंबे इंतजार एवं छत्तीसगढ़िया सगाजनों के दृढ़ आग्रह के बाद छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना ने अपने राजनैतिक विंग “जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी” की घोषणा समारोह पूर्वक विशालकाय जनसभा में की। एयरपोर्ट वीआईपी रोड फुंड़हर के भाठा में 21 अक्टूबर को बहुत ही भव्यतापूर्ण माहौल, छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं आकर्षक आतिशबाजी के बीच उपस्थित बुजुर्ग सियानों ने पार्टी अध्यक्ष अमित बघेल के सिर पर पागा बांध कर एवं चुनाव चिन्ह छड़ी (बबा के गोटानी) भेंट करके उनसे छत्तीसगढ़ियों को शोषण और गुलामी से मुक्ति दिलाने का ठोस वादा लिया।
इस बहुप्रतीक्षित राजनैतिक अवतरण के संबंध में पार्टी अध्यक्ष अमित बघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में एक वास्तविक रजिस्टर्ड क्षेत्रीय दल की मांग काफी दिनों से उठ रही थी। लोग राष्ट्रीय राजनैतिक दलों की रीति-नीति से त्रस्त होकर छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे थे। क्रान्ति सेना क्योंकि लगातार छत्तीसगढ़ के जल-जंगल-जमीन की लड़ाई सड़क पर उतर कर लड़ रही है, विभिन्न जनांदोलनों के तहत पुलिस की लाठी और जेलयात्रा हमारी पूंजी बन चुकी है। गैर राजनैतिक रहते हुए भी हमनें दोनो राष्ट्रीय पार्टियों की गलत नीतियों के विरोध में आवाज बुलंद करके हमेशा वास्तविक विपक्ष की भूमिका निभाई है, हम एक कैडर आधारित संगठन हैं जिसके हजारों पदाधिकारी एवं लाखों सदस्य छत्तीसगढ़ के लगभग हर जिलों में सक्रिय होकर जनहित के मुद्दों के लिये आंदोलनरत हैं। यही कारण है कि पिछले दस सालों के कठोर मेहनत से बनाए सांगठनिक ढांचे के कारण पहले ही चुनाव में हम बाजी जीतने में कामयाब रहेंगे।
सभा में उपस्थित छत्तीसगढ़िया प्रबुद्धजनों ने छत्तीसगढ़ की वर्तमान दशा-दिशा पर अपने चिंतन रखे एवं छत्तीसगढ़ियावादी राजनीति के लिए “जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी” पर अपना संपूर्ण भरोसा जताते हुए नवगठित पार्टी के उज्जवल भविष्य के लिये शुभकामनाएं प्रदान की। मौके पर छत्तीसगढ़िया कलाकारों ने छत्तीसगढ़ महतारी को गौरवगान समर्पित किया। पार्टी महासचिव भूषण साहू ने आगे की कार्यनीति बताते हुए कहा कि हम छत्तीसगढ़ विधानसभा की अधिकांश सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार रहे हैं जिसकी विधानसभावार सूची एवं पार्टी घोषणा पत्र को जल्द ही पत्रकार-वार्ता में साझा किया जाएगा।
चुनाव चिन्ह “छड़ी” को परिभाषित करते हुए उन्होने कहा कि घर के सबसे जिम्मेदार सियान के हाथों में एक छड़ी होती है जिसे छत्तीसगढ़ में गोटानी कहा जाता है, जो कभी कमजोरों का सहारा बनता है तो कभी उसी गोटानी को सुधारसिंह बनाकर बेईमानों के गले में खींचकर सजा देने के भी काम आता है। वक्ताओं ने छड़ी छाप चुनाव चिन्ह पर बटन दबा कर छत्तीसगढ़ियों को स्वयं अपने लिये, अपने ही घर के लिये वोट डालकर प्रथम “देसी सरकार” बनाने की अपील की। छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना की तरफ से बात रखते हुए डॉ. अजय यादव ने पार्टी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मातृ संगठन छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना पूर्व की भांति ही गैरराजनैतिक रुप से छत्तीसगढ़ियों के हक अधिकार के लिये पूरे तेवर के साथ अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी।