नई दिल्ली. कंझावला हिंट एंड रन मामले में दिल्ली पुलिस ने घटना के समय रोहिणी जिले में चौकी पर पीसीआर वैन में ड्यूटी पर तैनात 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. सभी पुलिसकर्मी रोहिणी जिला पुलिस से हैं. जिन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है वो घटना के दिन उसी स्थान के आसपास मौजूद तीन पीसीआर वैन और दो पिकेट में ड्यूटी कर रहे थे.
दरअसल, गृह मंत्रालय ने कंझावला मामले में बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया था कि तीन पीसीआर वैन व दो पिकेट में ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मियों को निलंबित किया जाए. इतना ही नहीं, गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को पीसीआर वैन, जांच चौकी के पर्यवेक्षण अधिकारियों को अपना कर्तव्य निभाने में असफल रहने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने का भी निर्देश दिया है. विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता वाली जांच समिति द्वारा एक रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद यह कार्रवाई की गई.
गौरतलब है कि 31 दिसंबर-एक जनवरी की दरमियानी रात पीड़िता अंजलि सिंह (20) की स्कूटी को कार ने टक्कर मारी थी और उन्हें घसीटते हुए 12 किलोमीटर तक ले गए थे जिससे उनकी मौत हो गई थी. उनका शव कंझावला में सड़क पर मिला था. सुल्तानपुरी पुलिस थाने ने दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल के खिलाफ आपराधिक साजिश, गैर इरादतन हत्या और लापरवाही से वाहन चलाने से मौत सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है. बाद में आरोपियों को कथित तौर पर बचाने के आरोप में दो और लोगों – आशुतोष व अंकुश खन्ना- को भी गिरफ्तार किया गया.